Chaibasa News : इंदकाटा में नहीं लगने देंगे कचरा प्लांट
चक्रधरपुर नगर परिषद ने इंदकाटा में किया भूमि का चयन, ग्रामीणों ने जताया विरोध
चक्रधरपुर.
चक्रधरपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय इंदकाटा मैदान में रविवार को ग्रामीण मुंडा संजय महतो की अध्यक्षता में ग्रामसभा हुई. बैठक में ग्रामीणों ने विचार विमर्श किया कि चक्रधरपुर नगर परिषद द्वारा इंदकाटा गांव में कचरा प्लांट के लिए भूमि का चयन किया गया है. नगर परिषद ने ग्राम इंदकाटा में खाता नंबर-2, प्लॉट नंबर 311 रकवा 6.81 एकड़ भूमि अधिग्रहण के लिए चयन किया है. बैठक के दौरान ग्रामीणों ने विचार विमर्श करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में यहां कचड़ा प्लांट स्थापित नहीं होने देंगे. इसे लेकर ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया. साथ ही कहा कि यहां कचरा प्लांट बनने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. जिस जगह पर स्थल चयन किया गया है उसके आसपास काफी संख्या में ग्रामीण बसे हुए हैं. ग्रामसभा में मुख्य रूप से मुखिया कैरी बोदरा, वार्ड सदस्य जमुना लामाय, पंचायत सहायक विजय लामाय, पार्वती महतो, मृगेंद्र महतो, संतोष, सीते लामाय, सुमन बोदरा, विजय महतो, संगीता केराई, सुनिता केराई, गीता बोदरा, सुदेश सामड, सुरेश बोदरा, गोविंद लामाय, खगेंद्र महतो, कमल कृष्ण महतो समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.क्या है मामला :
चक्रधरपुर अंचल कार्यालय द्वारा ग्रामीणों को सूचना दी गयी है कि चक्रधरपुर नगर परिषद द्वारा कचरा प्लांट के लिए भूमि का चयन किया गया है. कहा गया कि इंदकाटा के सभी ग्रामवासी इस प्लांट पर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना के लिए चक्रधरपुर नगर परिषद के संबंध में यदि किसी को आपत्ति हो तो वे 24 अक्तूबर तक कार्यालय में आपत्ति दायर कर सकते हैं. निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त आपत्तियों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा.सड़क नहीं बनी, तो करेंगे आंदोलन : ग्रामीण
सोनुआ.
सोनुआ प्रखंड के झींगामर्चा स्थित सिदो-कान्हू मैदान में रविवार को नौ गांवों के ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता ग्राम मुंडा बीरबल मुर्मू ने की. ग्रामीणों ने बताया कि रामचंद्रपुर से झींगामर्चा, उडूनिया, बड़ाइकोचा, सरेंगदा होते हुए पाताहातु, माइलपी और केड़ाबीर गांव तक जाने वाली सड़क वर्षों से खराब है. बारिश में स्कूली बच्चों और मरीजों को आवागमन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंचती है. प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिलाओं को ग्रामीण अब भी खटिया पर सड़क तक ले जाने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2024 में हूल दिवस के मौके पर सांसद जोबा माझी को सड़क निर्माण के लिए लिखित आवेदन भी दिया था, अभी तक काम शुरू नहीं हुआ. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. इस मौके पर ग्राम उड़ूनिया के ग्रामीण मुंडा हरिकृष्णा बंदिया, झींगामार्चा के ग्रामीण मुंडा बीरबल मुर्मू, पाताहातु के ग्रामीण मुंडा शैलेय गागराई, प्रेम सिंह गागराई, विजय हांसदा, गोमा महाली, ज्ञानसार गागराई, गोरखा मुर्मू, रामराय बोदरा, जयपाल सिंह बंदिया मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
