Chaibasa News : हाथियों ने तीन घरों को तोड़ा, परिवारों ने भागकर बचायी जान

हाटगम्हरिया : बीचाबुरु जंगल में जमा है 30 हाथियों का झुंड, दहशत में ग्रामीण, वनविभाग के प्रति आक्रोश

By AKASH | December 19, 2025 11:50 PM

हाटगम्हरिया.

हाटगम्हरिया प्रखंड के बीचाबुरु जंगल में जमे हाथियों के झुंड से आसपास के ग्रामीण दहशत में हैं. गुरुवार (18 दिसंबर) की मध्यरात्रि को हाथियों ने कुसमुंडा पंचायत के तिरिलपी गांव (टोला सोसोपी) और आसनपाट के चकधरसाई में चार घरों को नुकसान पहुंचाया. कई परिवार बेघर हो गये हैं. जानकारी के अनुसार, रात लगभग 12 बजे तिरिलपी गांव में हाथियों ने कृष्णा सामड के घर को तोड़ दिया. इसके बाद रात एक बजे आसनपाट के चकधरसाई व राइकासाई गांव में हाथियों ने तीन घरों को तोड़ दिया. गनीमत रही कि सभी परिवार समय रहते अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे. झुंड में चार बच्चे समेत 30 हाथी, विभाग ने चुप्पी साधी: झुंड में हाथियों की संख्या लगभग 30 बतायी जा रही है, जिनमें चार बच्चे भी शामिल हैं. झुंड ने बीचाबुरु जंगल में अपना स्थायी ठिकाना बनाया है. हाथियों से बचाव के लिए पटाखे और टॉर्च उपलब्ध नहीं कराये गये हैं. विभागीय अधिकारी भी निरीक्षण के लिए नहीं पहुंच रहे हैं. इससे ग्रामीणों में रोष है.

एक सप्ताह पूर्व युवक को हाथी ने कुचल दिया था

ज्ञात हो कि एक सप्ताह पूर्व सीमावर्ती गांव सादमसाई में जंगली हाथियों ने युवक राजू पूर्ति को कुचलकर मार डाला था. लोग अभी इस सदमे से उबर नहीं पाये थे. हाथियों के ताजा हमलों से क्षेत्र में सनसनी फैला दी है. 24 को बैठक करेंगे ग्रामीण : घटना की सूचना समेकित जन विकास केंद्र के पंचायत को-ऑर्डिनेटर विक्रांत दास ने मझगांव के विधायक निरल पूर्ति को दी. उन्होंने वन विभाग को सूचित करने को कहा. पंचायत को-ऑर्डिनेटर ने बताया कि आगामी 24 दिसंबर को जंगली हाथियों से निपटने व नुकसान के आकलन को लेकर बैठक की जायेगी. बैठक में पारित प्रस्ताव को वन विभाग को सौंपा जायेगा. ग्रामीणों का आरोप है कि जंगली हाथियों के लगातार हमलों के बावजूद वन विभाग पूरी तरह उदासीन बना हुआ है.

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