खेतों में सड़ रहीं सब्जियां, औने-पौने दाम में बेचने को मजबूर

ललपनिया : गोमिया प्रखंड के कृषि बहुल गांवों के किसान सब्जी का बाजार नहीं मिलने से परेशान हैं तथा औने-पौने दाम में बेचने को मजबूर हैं. कंडेर, तिरला, होन्हे, महुआटांड, कुंदा आदि गांवों के ग्रामीण कहते हैं कि खेत में काफी सब्जियां उपलब्ध हैं, पर लॉकडाउन के कारण क्षेत्र में महुआटांड़, ललपनिया में बाजार लगना […]

By Pritish Sahay | April 6, 2020 5:09 AM

ललपनिया : गोमिया प्रखंड के कृषि बहुल गांवों के किसान सब्जी का बाजार नहीं मिलने से परेशान हैं तथा औने-पौने दाम में बेचने को मजबूर हैं. कंडेर, तिरला, होन्हे, महुआटांड, कुंदा आदि गांवों के ग्रामीण कहते हैं कि खेत में काफी सब्जियां उपलब्ध हैं, पर लॉकडाउन के कारण क्षेत्र में महुआटांड़, ललपनिया में बाजार लगना बंद हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि किसानों ने बाजार से कर्ज लेकर अपने खीरा, ककड़ी, भिंडी, कद्दू, परवल, झिंगा, बोदी आदि सब्जियां लगायी थीं. निकट के मांडू प्रखंड अंतर्गत चैनपुर बाजार भी लगना बंद हो गया है. फलत: खेत में साग-सब्जियां होने के बावजूद बाजार-हाट के अभाव में बिक नहीं रही है. सब्जियां खेतों में सड़ रही हैं. किसानों ने बोकारो के उपायुक्त से महुआटांड़ क्षेत्र में किसानों के खेतों में उपजी सब्जियों के लिए बाजार उपलब्ध कराने या प्रशासनिक स्तर पर सब्जियों की खरीदारी का इंतजाम करने की फरियाद की है.

निकट के मांडू प्रखंड अंतर्गत चैनपुर बाजार भी लगना बंद हो गया है. फलत: खेत में साग-सब्जियां होने के बावजूद बाजार-हाट के अभाव में बिक नहीं रही है. सब्जियां खेतों में सड़ रही हैं. किसानों ने बोकारो के उपायुक्त से महुआटांड़ क्षेत्र में किसानों के खेतों में उपजी सब्जियों के लिए बाजार उपलब्ध कराने या प्रशासनिक स्तर पर सब्जियों की खरीदारी का इंतजाम करने की फरियाद की है.

Next Article

Exit mobile version