झुमरा पहाड़ में 10 हजार बांस का सरंक्षण शुरू, जानें क्या होगा फायदा

वन में बांस के सरंक्षण के साथ साथ फायर लाइन निर्माण कार्य भी किया जाएगा. इससे जंगल में आगलगी की घटना से निबटने में भी मदद मिलेगी. आपको बता दें कि सैकड़ों की संख्या में फायर लाइन ट्रेंच का निर्माण किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Print Desk | February 22, 2023 4:12 PM

ललपनिया, नागेश्वर: बोकारो जिला अंतर्गत‌ गोमिया प्रखंड के झुमरा पहाड़ में हजारीबाग पूर्वी वन प्रमडंल के डीएफ‌ओ सौरभ चन्द्रा के दिशा निर्देश में बड़कीसिंधवारा पंचायत के नावाडीह जंगल क्षेत्र में 50 हेक्टेयर भूमि में वन सरंक्षण कार्य के तहत 10 हजार बांस का सरंक्षण का कार्य विभाग के द्वारा किया जा रहा है. इस कार्य में लगभग 15 से 20 मजदूर लगे हुए हैं.

वन में बांस के सरंक्षण से एक ओर हरियाली बिखरेगी तो वहीं जंगली हाथियों को भी भोजन मिलने में काफी मदद मिलेगी. ज्ञात हो कि हाल ही में झारखंड के कई इलाकों में जंगली हाथी गांव में घुसकर अप्रिय घटना को अंजाम दे चुके हैं. बांस के सरंक्षण से इसमें लगाम लगेगी.

फायर लाइन निर्माण कार्य भी किया जायेगा

वन में बांस के सरंक्षण के साथ साथ फायर लाइन निर्माण कार्य भी किया जाएगा. इससे जंगल में आगलगी की घटना से निबटने में भी मदद मिलेगी. आपको बता दें कि सैकड़ों की संख्या में फायर लाइन ट्रेंच का निर्माण किया जा रहा है.

2020-21 में लगभग दस हजार पौधों को किया गया था सरंक्षण

गौरतलब है कि तलहटी‌ चुट्टे पंचायत के दंडरा जंगल में तत्कालीन डीएफओ अस्मिता पंकज के दिशा निर्देश में चतरोचट्टी वन विभाग के द्वारा 9400 पौधों का सरंक्षण का कार्य किया गया था.

बांस को जंगल मे बचाने और आगलगी पर ग्रामीण सहयोग करे- डीएफओ

इधर, डीएफओ श्री चन्द्रा ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा है कि उत्तरी झुमरा क्षेत्र में बांस के पौधों का सरंक्षण कार्य विभाग के द्वारा किया जा रहा है, इस कार्य में लोगों से जरूरी सहयोग अपेक्षित है. इससे न सिर्फ पर्यावरण बचेगा बल्कि जंगली हाथी भी गांव की ओर रूख नहीं करेंगे. इस योजना के क्रियान्वयन में चतरोचट्टी वन के प्रभारी रेंजर सुरेश राम, वनरक्षी विकास कुमार महतो सहयोग दे रहे हैं

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