Jharkhand News : सीसीएल अस्पतालों में जल्द दूर होगी नर्स और पारा मेडिकल स्टाफ की कमी, ये है प्लान

Jharkhand News : झारखंड के बोकारो जिले के फुसरो सीसीएल सीएमएस डॉ डीकेएल चौहान, मुख्यालय सीएमएस डॉ मीता पॉल और सीएसआर सीएमएस डॉ सुमन सिंह ने बुधवार को केंद्रीय अस्पताल ढोरी, रीजनल अस्पताल करगली, क्षेत्रीय अस्पताल कथारा के सीएमओ व चिकित्सकों के साथ बैठक की. ऑफिसर्स क्लब करगली में यह बैठक हुई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2022 5:24 AM

Jharkhand News : झारखंड के बोकारो जिले के फुसरो सीसीएल सीएमएस डॉ डीकेएल चौहान, मुख्यालय सीएमएस डॉ मीता पॉल और सीएसआर सीएमएस डॉ सुमन सिंह ने बुधवार को केंद्रीय अस्पताल ढोरी, रीजनल अस्पताल करगली, क्षेत्रीय अस्पताल कथारा के सीएमओ व चिकित्सकों के साथ बैठक की. सीसीएल बीएंडके एरिया के ऑफिसर्स क्लब करगली में यह बैठक हुई. अस्पतालों की समस्याएं व परेशानियों तथा संसाधनों की कमी पर चर्चा की गयी. सीएसआर से संबंधित मामलों पर भी बात हुई. नौ, 10 व 11 सितंबर को रांची में होने वाले कोल कांफ्रेस की तैयारी पर चर्चा की गयी.

बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीसीएल के सीएमएस तथा मुख्यालय की सीएमएस ने कहा कि चिकित्सकों ने जो समस्याएं बतायी हैं, उसे दूर किया जायेगा. चिकित्सकों की कमी है, क्योंकि ज्यादातर चिकित्सक रिमोट क्षेत्र में नहीं जाना चाहते हैं. कुछ दिनों पूर्व सीसीएल में 13 चिकित्सकों ने ज्वाइन किया, लेकिन उसमें से चार ने इस्तीफा दे दिया. सीसीएल चिकित्सकों का प्राइवेट प्रैक्टिस करना, अपने आवास में क्लीनिक चलाना तथा दवा बेचना निश्चित रूप से गलत है. लेकिन हमलोग विवश हैं. चिकित्सकों का तबादला करना भी सही निदान नहीं होगा. वहीं कुछ खास लोगों का तबादला करने की चर्चा करने पर इस्तीफा वाली बात सामने आने लगती है. अस्पताल में अगर समय पर चिकित्सक नहीं आते हैं तो इसमें क्षेत्र के जीएम को पहल करनी चाहिए. क्षेत्र में डिस्पेंसरी बंद होने के सवाल पर कहा कि इसमें जीएम को देखना है कि किस डिस्पेंसरी को चलाना है और किसे बंद करना है. कहा कि अस्पतालों में नर्स तथा पारा मेडिकल स्टाफ की कमी है. इसे दूर करने के लिए नये स्तर से बहाली की प्रक्रिया कर रहे हैं.

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केंद्रीय अस्पताल ढोरी में चिकित्सकों की कमी है, लेकिन आवश्यक सुविधाएं देने में हमलोग पीछे नहीं हैं. यहां के डायलिसिस मशीन के लिए टेक्नीशियन नहीं रहने के सवाल पर कहा कि पूरे कोल इंडिया में डायलिसिस टेक्नीशियन का कहीं पोस्ट नहीं है. यहां अगर विधायक ने डायलिसिस मशीन दी है तो चिकित्सा प्रभारी को यह समझना चाहिए था कि इसे कैसे चलायेंगे? हमें पता होता तो डायलिसिस मशीन स्वीकार नहीं करते. मौके पर गांधीनगर के सीएमएस डॉ रत्नेश जैन, नई सराय रामगढ़ के सीएमएस डॉ वीके सिंह, सीसीएल मुख्यालय के पर्सनल अधिकारी अभिषेक सिन्हा, ढोरी एरिया के सीएमएस डॉ अरविंद कुमार, बीएंडके एरिया के सीएमएस डॉ एसके भारतीय, कथारा एरिया के सीएमएस डॉ एमएन राम भी मौजूद थे.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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