गोमिया में दिखेगी हरियाली, 111 एकड़ में लगेंगे 25 हजार आम और इमारती लकड़ियों के पौधे, प्रक्रिया शुरू

गोमिया प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा के तहत 111 एकड़ में आम की बागवानी और इमारती लकड़ियों के पौधे लगाये जायेंगे. इसके तहत 127 आम की बागवानी सहित 25 हजार आम और इमारती लकड़ियों के पौधे लगाये जायेंगे. इसके लिए विभिन्न पंचायतों में कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है. गड्ढे खोदे जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 4, 2020 6:32 PM

गोमिया (बोकारो) : गोमिया प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा के तहत 111 एकड़ में आम की बागवानी और इमारती लकड़ियों के पौधे लगाये जायेंगे. इसके तहत 127 आम की बागवानी सहित 25 हजार आम और इमारती लकड़ियों के पौधे लगाये जायेंगे. इसके लिए विभिन्न पंचायतों में कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है. गड्ढे खोदे जा रहे हैं. आम की बागवानी से आशा जगी है कि कुछ समय बाद आम की कई उच्च प्रजातियों का स्वाद यहां के लोग ले पायेंगे. पढ़ें नागेश्वर की रिपोर्ट.

गोमिया प्रखंड की 36 पंचायतों में से करीब 26 पंचायतों में मनरेगा के तहत आम और इमारती लकड़ियों के पौधे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इसके लिए 111 एकड़ भूमि को चिह्नित किया गया है. इसके तहत 127 आम की बागवानी सहित 25 हजार आम और इमारती लकड़ियों के पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए चिह्नित जमीन पर गड्ढे खोदे जा रहे हैं.

एक साथ दोहरा लाभ

हर आम की बागवानी में 112 पेड़ लगाये जायेंगे. वहीं, ट्रेंच कटिंग के बाद बागवानी की सुरक्षा के लिए विभिन्न प्रजातियों के 82 इमारती पौधे जैसे सागवान, शीशम आदि कीमती पौधों को लगाया जायेगा. इससे एक साथ दोहरा लाभ किसानों को मिलेगा. एक तो आम की पैदावार जल्द होगी. इससे अच्छी आमदनी होगी, वहीं दूसरी ओर इमारती लकड़ियों के पौधों के बढ़े होने पर इससे भी अच्छा मुनाफा मिलेगा.

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आम्रपाली, लंगड़ा, चौसा आमों का मिलेगा स्वाद

प्रखंड क्षेत्र के चतरोचटी, बड़की चिदरी, कर्री, लोधी, चुटे, हुरलुंग, पचमो, तिलैया, कुंदा, कडेंर, धवैया, बड़कीपुनू, महुवाटांड, टीकाहार, ललपनिया, तुलबूल, कोदवाटांड आदि पंचायतों में आम की बागवानी की जायेगी. इसमें आम्रपाली, लंगड़ा, चौसा, सिपिया जैसे आम के पौधे लगेंगे.

किसान साग-सब्जियों का भी करें उत्पादन

आम के पौधे सुरक्षित रहे, इसके लिए हर बागवानी में एक- एक मीटर की दूरी में पेड़ लगेंगे. खाली पड़े जमीन में किसान साग- सब्जियां भी उगा सकते हैं. इन कार्यों में तेजी लाने के लिए बीपीओ राकेश कुमार व महेश महतो समेत पंचायत के रोजगार सेवकों का सहयोग लिया जा रहा है.

3.5 करोड़ रुपये होंगे खर्च

बागवानी में करीब 3.5 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है. प्रति आम बागवानी में 3.59 लाख रुपये की लागत आ रही है, जिसमें 2.62 लाख रुपये सिर्फ मजदूरी में लगाया जाना है. 5 साल बाद इस क्षेत्र से हजारों टन आम की पैदावार होने का अनुमान लगाया जा रहा है.

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कार्य में आयेगी तेजी : रवि रंजन मिश्रा

बोकारो के उप विकास आयुक्त (DDC) रवि रंजन मिश्रा ने कहा कि गोमिया प्रखंड के दौरे के क्रम में चतरोचटी पंचायत के विभिन्न पंचायतों में दो सप्ताह पूर्व आम बागवानी का शिलान्यास किया गया, ताकि कार्यों में तेजी लायी जा सके. सरकार और प्रशासन की भी कोशिश है कि अधिक से अधिक प्रवासी व अप्रवासी लोगों को रोजगार मिल सके.

मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने की पहल : प्रवीण कुमार अंबष्ट

गोमिया के प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) प्रवीण कुमार अंबष्ट ने कहा कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न हालात के मद्देनजर प्रवासी व अप्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना महत्वपूर्ण है. मनरेगा के तहत आम की बागवानी, इमारती लकड़ियों के पौधे और साग-सब्जी लगाकर मजदूर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं.

किसानों को जल्द दी जा रही है भूमि प्रतिवेदन रिपोर्ट : ओम प्रकाश मंडल

गोमिया प्रखंड के अंचलाधिकारी (CO) ओम प्रकाश मंडल ने कहा कि मनरेगा कार्यों में जुड़ी योजनाओं में भूमि प्रतिवेदन जांच- पड़ताल के बाद रिपोर्ट जमा कराना जरूरी है. उक्त कार्य में कर्मचारियों द्वारा रिपोर्ट मिलते ही प्रतिवेदन की स्वीकृति दी जा रही है, ताकि विकास के कार्यों में गति मिल सके.

Posted By : Samir ranjan.

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