Bokaro News : मीडिया को अपनी विश्वसनीयता को बरकरार रखने के लिए खुद से विश्लेषण करने की जरूरत : डीसी

Bokaro News : राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर ‘बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता का संरक्षण’ विषय पर संगोष्ठी, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बोकारो की ओर से नया मोड़ स्थित वेस्टन फॉर्म के सभागार में किया गया आयोजन.

By ANAND KUMAR UPADHYAY | November 16, 2025 10:02 PM

बोकारो, राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर रविवार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बोकारो की ओर से नया मोड़ स्थित वेस्टन फॉर्म के सभागार में ‘बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता का संरक्षण’ विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीसी अजय नाथ झा ने की. जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार ने संगोष्ठी से संबंधित स्वागत संबोधन किया. डीसी ने कहा कि डिजिटल युग में गलत व भ्रामक सूचनाओं का प्रसार पत्रकारिता के लिए गंभीर चुनौती बन चुका है. अध्ययन, सत्यापन, जांच, निष्पक्षता व संवेदनशीलता जैसे मूल्यों को अपनाकर ही मीडिया अपनी विश्वसनीयता कायम रख सकती है. डीसी श्री झा ने संगोष्ठी में मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आजादी के आंदोलन से लेकर आज तक भारत के नव निर्माण में मीडिया की अहम भूमिका रही है. जानबूझकर भ्रम पैदा करना राष्ट्र के लिए समाज के लिए अहितकारी है. ऐसे इंफॉर्मेशन फैलाने वाले लोगों से सचेत रहने की जरूरत है. कहा कि आज जो भ्रम की स्थिति पैदा होती है, भ्रामक खबरें अस्तित्व में आती हैं. उसकी वजह जल्दबाजी है, खबर सबसे पहले चलाने की होड़ है. इस होड पर रोक की आज सबसे बड़ी जरूरत है. आज 24×7 खबरों का सिलसिला जारी है और इस स्थिति में देर से ही आए दुरुस्त आने की जरूरत है. आम लोगों का भरोसा प्रशासन, शासन और मीडिया से है. जनता के भरोसे का एक भरोसेमंद नाम है मीडिया. इसलिए मीडिया को अपनी विश्वसनीयता को बरकरार रखने के लिए खुद से विश्लेषण करने की जरूरत है. क्योंकि भरोसा टूटने का मतलब है मीडिया की विश्वसनीयता पर सवाल पैदा होना.

जल्द ही बोकारो प्रेस क्लब का होगा शिलान्यास

डीसी श्री झा ने शासन प्रशासन के साथ-साथ मीडिया को इस बात के लिए सलाह दी कि वह अपने विश्वसनीयता को बनाने में कोई कसर नहीं छोड़े. कहा कि जिस दिन विश्वसनीयता खंडित होगी, उस दिन भ्रामक खबरों की वजह से उस पत्रकार की, उस मीडिया की विश्वसनीयता खत्म हो जाएगी, जिसे बनाने में बरसों बरस लगे थे. लेकिन, एक झटके में विश्वास का क्लेश होने से सब कुछ मटियामेट होते देर नहीं लगेगी. मिस इंफॉर्मेशन से ज्यादा डिस इंफॉर्मेशन खतरनाक है. कहा कि एआइ के जमाने में इससे बचना मुश्किल भरा काम है. एआइ के जमाने में राष्ट्रीयता पर और राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर चुनौती पैदा हुई है. बोकारो में जल्द ही बोकारो प्रेस क्लब का शिलान्यास होगा. एक भव्य और श्रेष्ठ प्रेस क्लब बने, उनकी कोशिश होगी. अगले साल जब राष्ट्रीय प्रेस दिवस का आयोजन हो तो अपने भवन में होगा. विभिन्न प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है