Bokaro News : ‘मोक्ष’ का इंतजार कर रहीं अस्थियों को मिली ‘मुक्ति’
Bokaro News : श्री श्मशान काली मंदिर ट्रस्ट ने दामोदर नदी में कराया चास श्मशान घाट की अस्थियों का विसर्जन, प्रभात खबर में छपी खबर पर उपायुक्त ने लिया संज्ञान.
सुनील तिवारी, बोकारो, ‘मोक्ष’ का इंतजार कर रहीं अस्थियों को अंतत: ‘मुक्ति’ मिल गयी. श्री श्मशान काली मंदिर ट्रस्ट ने गुरुवार को दामोदर नदी में चास श्मशान घाट की अस्थियों का विसर्जन कराया. प्रभात खबर बोकारो के 20 सितंबर, 14 अक्तूबर व 10 दिसंबर के अंक में इससे संबंधित विस्तृत खबर प्रकाशित हुई थी. खबर पर डीसी अजय नाथ झा ने संज्ञान लिया. दो दर्जन से अधिक अस्थियां 05 से 20 वर्ष तक ””””मोक्ष’ का इंतजार कर रही थी. आलम यह था कि अस्थियों पर से अब नाम-गांव भी मिट गया था. कई लोग परिजनों का अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थि कलश श्मशान घाट में रखवा कर भूल गये थे.
एसडीएम चास व मजिस्ट्रेट की देखरेख में हुआ विसर्जन
प्रशासन की देखरेख में दामोदर नदी में अस्थियों को पूजा-पाठ के बाद विधि-विधान के साथ विसर्जित किया गया. एसडीएम चास प्रांजल ढांडा व मजिस्ट्रेट जया कुमारी की देखरेख में अस्थि विसर्जन हुआ. श्री श्मशान काली मंदिर ट्रस्ट की ओर से टोटो को फूल-माला से सजाया गया. पूजा-पाठ के बाद टोटो पर अस्थियाें को रखा गया. मंत्रोच्चारण के साथ नदी में अस्थियों का विसर्जन किया गया. ट्रस्ट के सदस्य गोपाल मुरारका ने बताया कि यह अस्थियां लावारिस नहीं है. परिजनों ने उन्हें जलाने के बाद उनकी अस्थि को ट्रस्ट की देख-रेख छोड़ दिया गया. वर्षों से उन्हें संभाल कर रखा गया था, लेकिन परिजन नहीं आये.
ट्रस्ट की पहल सराहनीय, आत्माओं को मिलेगी शांति : एसडीएम
एसडीएम ने बताया कि यह एक अच्छा काम है, जिसे ट्रस्ट द्वारा किया गया है. वर्षों से अस्थियों को संभाल कर रखा गया था. अब आत्माओं को शांति मिलेगी. इस कार्य की जितनी भी सराहना की जाये, कम है. मौके पर श्री श्मशान काली मंदिर ट्रस्ट के महेंद्र सोमानी, जय सिन्हा, अनूप पांडे, देवदास दत्ता, लखन महथा, हेल्पिंग हैंड्स बोकारो के प्रवक्ता संजय सोनी, चंद्रपाल चांदनी, कंचन चटर्जी, पप्पू चौधरी, पंडित बलराम तिवारी, रीतू रानी सिंह, शंकर पांडे, दुलाल हलदार सहित बोकारो-चास के दर्जनों लोग उपस्थित थे. इसके लिए प्रशासन, ट्रस्ट व प्रभात खबर की सराहना की.श्मशान घाट पर अस्थि कलश रखवा कर चले गये थे एक दर्जन से अधिक लोग
यहां उल्लेखनीय है कि चास श्मशान घाट पर एक दर्जन से अधिक अस्थियां मुक्ति के इंतजार में थी. अंतिम संस्कार की रीतियों को पूरा करके दिवंगत लोगों की आत्माओं को मोक्ष दिलाने की कोशिश श्री श्मशान काली मंदिर ट्रस्ट कर रहा था. इसमें प्रभात खबर ने भी ट्रस्ट का भरपूर साथ दिया. श्री श्मशान काली मंदिर ट्रस्ट समिति के सदस्य गोपाल मुरारका ने कहा कि श्री श्मशान काली मंदिर ट्रस्ट समिति द्वारा चास श्मशान घाट को वर्षों से संचालित किया जा रहा है. एक दर्जन से अधिक लोग अपने परिजनों का अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थि कलश श्मशान घाट में रखवा कर चले गये थे, जिनको मोक्ष का लंबे समय से इंतजार था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
