पूर्वांचल एक्सप्रेस में डाका

– दो एसी कोच के यात्रियों से लाखों की लूट... – लाहाबन-तुलसीटांड़ के बीच ट्रेन रोक कर किया लूट-पाट – 20-25 की संख्या में हथियारों से लैस थे अपराधी – जसीडीह स्टेशन से 20.45 बजे खुली थी ट्रेन – यात्रियों को पीटा भी, कई घायल – ट्रेन रोक डेढ़ घंटे मचाया उत्पात देवघर : जसीडीह-झाझा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2014 11:49 PM

– दो एसी कोच के यात्रियों से लाखों की लूट

– लाहाबन-तुलसीटांड़ के बीच ट्रेन रोक कर किया लूट-पाट

– 20-25 की संख्या में हथियारों से लैस थे अपराधी

– जसीडीह स्टेशन से 20.45 बजे खुली थी ट्रेन

– यात्रियों को पीटा भी, कई घायल

– ट्रेन रोक डेढ़ घंटे मचाया उत्पात

देवघर : जसीडीह-झाझा रेल खंड स्थित तुलसीटांड़ और लाहाबन के बीच सशस्त्र अपराधियों ने 15047 अप हावड़ा-गोरखपुर पूर्वाचल एक्सप्रेस को रोक कर डकैती की घटना को अंजाम दिया. लगभग 20 से 25 की संख्या में आये अपराधियों ने ए-1 व ए-2 एसी कोच में यात्रियों से लाखों की लूटपाट की.

लगभग डेढ़ घंटे तक अपराधियों उत्पात मचाया. डकैती की घटना का विरोध करने पर एक आरपीएफ के सब इंसपेक्टर जो गोरखपुर छुट्टी जा रहे थे, उसे अपराधियों ने चाकू मारकर घायल कर दिया. इसके अलावा दर्जनों यात्रियों के साथ अपराधियों ने मारपीट की.

ट्रेन रोक कर की डकैती

मिली जानकारी के अनुसार जसीडीह जंक्शन से पूर्वाचल एक्सप्रेस 20.45 बजे खुली. लगभग 20.55 बजे तुलसीटांड़ पास करने के बाद ट्रेन लाहाबन से पहले ही रूक गयी. देखते ही देखते एसी बॉगी में धड़ा-धड़ 20 से 25 की संख्या में अपराधी घुस आये. सभी के हाथ में आर्म्स, चाकू व अन्य हथियार था. सभी से अपराधी लूट-पाट करने लगे.

आसनसोल में पदस्थापित आरपीएफ के एक सब इंसपेक्टर बीबी यादव ने जब विरोध किया, तो अपराधियों ने उन्हें चाकू मार कर घायल कर दिया. इस दरम्यान दर्जनों यात्रियों को अपराधियों ने पीटा. जिससे कई जख्मी भी हो गये.

डेढ़ घंटे ट्रेन रही अपराधियों के कब्जे में : 20.55 बजे से 22.45 बजे तक ट्रेन तुलसीटांड़ और लाहाबन स्टेशन के बीच पूर्वाचल एक्सप्रेस अपराधियों के कब्जे में रहा. न सिर्फ यात्रियों को उन लोगों ने पीटा, बल्कि कुछ सशस्त्र अपराधी इंजन में ड्राइवर में घुस आये और ड्राइवर के साथ मारपीट की.

जसीडीह जीआरपी/आरपीएफ के पहुंचने पर ट्रेन रवाना किया : सूचना मिलने के बाद जसीडीह जीआरपी और आरपीएफ की टीम पूरी तैयारी के साथ लाहाबन स्टेशन पहुंचे. लेकिन बाद का इलाका जंगली है और नक्सल प्रभावित होने के कारण पुलिस टीम संभल-संभल कर आगे बढ़ी. काफी मशक्कत के बाद पुलिस डेढ़ घंटे बाद ट्रेन के पास पहुंची. तब अपराधी डकैती की घटना को अंजाम देकर फरार हो चुके थे. पुलिस ने उसके बाद ट्रेन को झाझा की ओर रवाना करवाया.