Election Express: खेती-बाड़ी से लेकर चीनी मिल के बंद होने तक, वैशाली के चौपाल में जनता ने पूछे सवाल
Election Express: प्रभात खबर की इलेक्शन एक्सप्रेस मंगलवार को वैशाली पहुंची, जहां चौपाल में शिक्षा, कृषि, उद्योग और बुनियादी सुविधाओं पर चर्चा हुई. किसानों ने गोरौल चीनी मिल बंद होने, खाद की कालाबाजारी, नीलगाय से नुकसान और जलजमाव की समस्याएं उठायीं. क्षेत्र में डिग्री कॉलेज, बस सेवा, पर्यटन सुविधाओं और जलनिकासी की कमी जैसे मुद्दे भी प्रमुखता से सामने आए.
Election Express: प्रभात खबर की इलेक्शन एक्सप्रेस की टीम मंगलवार को लोकतंत्र की धरती वैशाली विधानसभा क्षेत्र में पहुंची. टीम ने वैशाली विधानसभा क्षेत्र के गोरौल, पटेढ़ी बेलसर और वैशाली प्रखंड का भ्रमण करते हुए लोगों की समस्याओं को जाना. पटेढ़ी बेलसर प्रखंड संसाधन केंद्र के प्रांगण के चौपाल लगाया गया, जहां सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित हुए.
क्षेत्रीय मुद्दों पर हुई चर्चा
लोगों ने क्षेत्र के मुद्दे रखे. विधायक प्रतिनिधि प्रेम कुमार निषाद ने उपस्थित लोगों के मुद्दे पर जवाब दिया. वहीं विपक्ष के इं संजीव कुमार, अजय कुशवाहा, जनसुराज से सर्वेश कुमार ने जनता की विभिन्न समस्याओं को लेकर सरकार पर सवाल उठाया. विधायक प्रतिनिधि ने लोगों के तीखे और चुभते हुए सवालों का जवाब दिया. वहीं, महागठबंधन के नेता ने हर घर शराबी योजना चलने की बात कही.
चीनी मिल के बंद होने पर उठे सवाल
लोकतंत्र की जननी वैशाली की धरती मंगलवार को प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस की गवाही बनी. किसानों ने गोरौल चीनी मिल बंद होने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया. किसान संजय कुमार ने कहा कि इस मिल से वैशाली, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर के किसानों को समृद्धि मिलती थी. मिल बंद होने के कारण अब किसानों को भारी आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है. लोगों का आरोप था कि चीनी मिल को छोटे-छोटे उद्योग लगाने वालों को लीज पर सौंप दिया गया है, जिससे चुनिंदा लोगों को ही फायदा हो रहा है.
खाद और सिंचाई पर हुई चर्चा
हौजपुरा गांव के इं अभिषेक ने वाया नदी की उड़ाही पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि उड़ाही के नाम पर केवल उगाही हुई. नदी से निकाली गयी गाद फिर से नदी में समा गयी है, जिससे समस्या जस-की-तस बनी हुई है. प्रगतिशील किसान रजनीश कुमार जंग उर्फ डॉ लालबाबू सिंह ने खाद की कालाबाजारी पर चिंता जतायी. उन्होंने कहा कि यूरिया 266 रुपये प्रति बोरी की दर से उपलब्ध होना चाहिए, लेकिन दुकानदार इसे 325 से 350 रुपये में बेच रहे हैं. किसानों ने नीलगाय से हो रहे फसलों के नुकसान की समस्या को मंचासीन नेताओं के समक्ष रखा.
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वैशाली इलेक्शन एक्सप्रेस, पांच मुद्दे
1. वैशाली में डिग्री कॉलेज नहीं होने से यहां के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए दूर जाना पड़ता है, जिससे छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी होती है. कई छात्र दूरी के कारण पढ़ाई छोड़ देते हैं.
2. पर्यटक स्थलों के आसपास सार्वजनिक शौचालय एवं पेयजल का अभाव है. पर्यटक थाने की कमी. यातायात सुविधा के लिए पटना एवं मुजफ्फरपुर से वैशाली आने के लिए सरकारी बस का अभाव.
3. गली-मुहल्लों में जलनिकासी के लिए नाले का अभाव है, जिसके कारण बरसात के दिनों में लोगों को काफी परेशानी होती है. लंबे समय तक पानी जमा रहने से बीमारी का खतरा सताने लगता है.
4. जलजमाव की समस्या, खेती योग्य भूमि का बड़ा हिस्सा चौर क्षेत्र में आता है, जहां हर वर्ष जलजमाव की समस्या बनी रहती है. जलनिकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं होने से किसान लगातार परेशान हैं.
5. गोरौल चीनी मील बंद हो जाने से किसानों पर प्रतिकूल असर पड़ा है, किसान आर्थिक संकट में हैं. रोजगार के लिए बड़ी संख्या में युवा दूसरे प्रदेशों में पलायन कर कल-कारखानों में काम करने को मजबूर हैं.
