रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए अमेरिका का पसंद बना बिहार का यह स्कूल, हार्वर्ड विवि ने प्रोजेक्ट के लिए भेजा आमंत्रण

हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने इस प्रोजेक्ट के लिए देश के कुल 10 विद्यालयों का चयन किया है. इनमें +2 जिला स्कूल बिहार से एकमात्र चयनित स्कूल है.

By Prabhat Khabar | December 8, 2020 10:24 AM

गया. सॉफ्ट रोबोटिक्स पर काम कर रही अमेरिका स्थित विश्व की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने अपने प्रोजेक्ट सहयोगी के रूप में गया के +2 जिला स्कूल को चुना है.

हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने इस प्रोजेक्ट के लिए देश के कुल 10 विद्यालयों का चयन किया है. इनमें +2 जिला स्कूल बिहार से एकमात्र चयनित स्कूल है. स्कूल में बने अटल टिकरिंग लैब (एटीएल) में हार्वर्ड विश्वविद्यालय के इस प्रोजेक्ट को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं.

एटीएल इंचार्ज देवेंद्र सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत लैब में साॅफ्ट रोबोटिक टूल किट तैयार करना है. 23 मार्च को प्रोजेक्ट हार्वर्ड विश्वविद्यालय को सौंप भी देना है. उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिये 15 विद्यार्थियों को शामिल किया है.

सॉफ्ट रोबोटिक टूल किट के संबंध में देवेंद्र सिंह ने बताया कि इसमें उन उपकरणों का निर्माण किया जायेगा जो सॉफ्ट रोबोट तैयार करने में कारगर हों. इन उपकरणों की मदद से लचीले काम करने वाले रोबोट तैयार किया जा सकेंगे.

श्री सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को लेकर अभी चयनित सभी 10 विद्यालयों के प्रोजेक्ट इंचार्ज को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण में हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्राचार्य डाॅ कोनोर वाॅल्श खुद भी शामिल होते हैं.

प्रशिक्षण प्रक्रिया के पूरे होने के बाद प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि हार्वर्ड विश्वविद्यालय जैसी बड़ी संस्था के जुड़ना गर्व का विषय है. पूरे बिहार में केवल एक मात्र जिला स्कूल एटीएल का चयन होना और भी गर्व की बात है.

उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के बाद जिला स्कूल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित कर सकेगा.

एयर वाटर जेनेरेटर को डेल ने किया है पेटेंट

यह पहली बार नहीं है जब किसी अमेरिकी संस्था ने जिला स्कूल के प्रति रुचि दिखायी है. पिछले साल +2 जिला स्कूल के अटल टिकरिंग लैब में ड्यू एंड ऐयर वाटर जेनरेटर नामक जिस मशीन का निर्माण तीन विद्यार्थी श्रेया, प्रेम सागर व प्रीतम ने एटीएल इंचार्ज देवेंद्र सिंह के सहयोग से किया था.

उस प्रोजेक्ट को अमेरिका की मल्टीनेशनल कंप्यूटर टेक्नोलॉजी कंपनी डेल ने पेटेंट कर लिया है. यह वही प्रोजेक्ट है जिसके लिये तीनों विद्यार्थियों को पिछले साल 14 नवंबर को राष्ट्रपति ने भी सम्मानित किया.

अभी 23 नवंबर से चार दिसंबर तक डेल के अधिकारियों ने जिला स्कूल के इन विद्यार्थियों को आॅनलाइन प्रशिक्षण भी दिया. इस दौरान डेल के मुख्यालय व भारत स्थित कार्यालयों के पदाधिकारियों ने विद्यार्थियों को ब्रांडिंग, प्राइसिंग, पेटेंट प्रक्रिया, डिजाइन थिंकिंग, टीम मैनेजमेंट समेत कई जानकारियां दी. विद्यार्थियों को चेन्नई स्थित डेल के प्रोडक्शन यूनिट का वर्चुअल टूर भी कराया गया. विद्यार्थी इसे लेकर काफी उत्साहित हैं.

Posted by Ashish Jha

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