तेजस्वी के फैसले से छिना राबड़ी का आवास, जानिए किस बंगले के मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट गए थे RJD नेता
Patna: साल 2005 में बिहार की सत्ता से विदाई के बाद से ही लालू यादव का परिवार 10 सर्कुलर रोड स्थित बंगले में रह रहा था. लेकिन मंगलवार देर शाम बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने उन्हें यह बंगला खाली करने का आदेश जारी कर दिया.
Patna: मंगलवार शाम 5 बजे के करीब एक खबर टीवी चैनलों पर फ्लैश होती है कि बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी बंगले को खाली करने का आदेश दिया है. मीडिया में इस खबर के आने के बाद इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि आखिर सरकार ने किसके दबाव में यह फैसला लिया है. क्या सीएम नीतीश ने सहयोगी भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर ऐसा किया है या यह आदेश उस फैसले के आधार पर किया गया है, जिसे लेकर कभी राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पटना हाईकोर्ट गए थे.
किस मामले को लेकर पटना हाईकोर्ट गए थे तेजस्वी?
2015 में जब महागठबंधन की सरकार बनी तो तेजस्वी यादव उस सरकार में डिप्टी सीएम बनाए गए. जिसके बाद उन्हें रहने के लिए बिहार सरकार की तरफ से 5 देशरत्न मार्ग का बंगला दिया गया. बाद में 2017 में महागठबंधन की सरकार के बदलने के बाद उन्हें यह बंगला खाली करने का नोटिस मिला. जिस पर तेजस्वी यादव ने बंगला खाली करने से इंकार कर दिया और इस फैसले के खिलाफ पटना हाईकोर्ट चले गए, लेकिन हाईकोर्ट ने उन्हें राहत देने से इनकार कर दिया. आगे इस मामले में सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने 19 फरवरी 2019 को हाईकोर्ट ने न सिर्फ तेजस्वी यादव को 5 देशरत्न मार्ग खाली करने का आदेश दिया, बल्कि बड़ा फैसला लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला, गाड़ी, सुरक्षा और स्टाफ देने की सुविधा भी समाप्त कर दी. इस फैसले का असर राबड़ी देवी पर भी पड़ा, लेकिन उस समय वह बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष थीं, इसलिए 10 सर्कुलर रोड उनके पास बना रहा.
बड़े बंगले की हकदार नहीं पूर्व सीएम
कोर्ट के आदेश के बाद यह जब साफ हो गया कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को अब सरकारी बंगले आवंटित नहीं किए जाएंगे तो इसका असर लालू परिवार पर भी पड़ा. सरकारी नियमों के मुताबिक राबड़ी देवी को अब बड़ा बंगला नहीं मिल सकता लेकिन बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष होने के नाते जरूर उन्हें सरकारी बंगला मिलेगा. लेकिन वह पहले के मुकाबले छोटा होगा. भवन निर्माण विभाग के संयुक्त सचिव-सह-भू-सम्पदा पदाधिकारी शिव रंजन ने इस संबंध में औपचारिक पत्र जारी करते हुए बताया कि चूंकि राबड़ी देवी अब बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के पद पर हैं, इसलिए उन्हें नेता प्रतिपक्ष के कोटे से हार्डिंग रोड का ये नया बंगला आवंटित किया जा रहा है. अब उन्हें वर्तमान आवास 10 सर्कुलर रोड छोड़ना होगा.
राजद में पावर सेंटर बन गया था राबड़ी आवास
करीब डेढ़ दशक तक बिहार की सत्ता पर राज करने के बाद साल 2005 में जब लालू परिवार के हाथ से सत्ता गई तो उस समय राबड़ी देवी प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं, ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें रहने के लिए सीएम आवास के बगल में ही करीब-करीब उन्हीं सुविधाओं से लैस एक नया बंगला आवंटित किया गया. जो आगे चलकर राबड़ी आवास के नाम से फेमस हुआ. इसके बाद लालू परिवार अगले 20 सालों तक यहीं रहा. चाहे सत्ता बदले, गठबंधन टूटे, सरकारें जाएं या बनें 10 सर्कुलर रोड लगातार राबड़ी देवी के नाम ही आवंटित रहा.
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