सामुदायिक रसोई व राहत शिविरों का अधिकारियों ने किया निरीक्षण
दो दर्जन से अधिक सामुदायिक रसोई केंद्र सक्रिय हैं,
सुपौल कोसी नदी में आई बाढ़ के कारण तटबंध के अंदर रहने वाले कई परिवार विस्थापित हो गए हैं. ऐसे बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए जिले के सभी प्रखंडों में राहत शिविर एवं सामुदायिक रसोई का संचालन किया जा रहा है. सदर अनुमंडल पदाधिकारी इंद्रवीर कुमार ने सोमवार को सुपौल सदर अनुमंडल क्षेत्र में चल रहे विभिन्न सामुदायिक रसोई और राहत शिविरों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों और कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए तथा राहत कार्यों की प्रगति की समीक्षा की. पानी के बढ़ते स्तर को देखते हुए किशनपुर एवं सरायगढ़ अंचल के आसनपुर कुपहा, परसामाधो, सरायगढ़, लौकहा, डोली, बनानिया आदि स्थानों पर अंचल प्रशासन की ओर से सामुदायिक रसोई संचालित की जा रही है. सदर अनुमंडल में फिलहाल दो दर्जन से अधिक सामुदायिक रसोई केंद्र सक्रिय हैं, जहां प्रतिदिन बाढ़ पीड़ितों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके साथ ही छोटे बच्चों के लिए दूध की भी व्यवस्था की गई है. निरीक्षण के दौरान एसडीओ ने राहत शिविरों की साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, भोजन की गुणवत्ता तथा चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया. उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के साथ बैठकर सामुदायिक रसोई का भोजन भी ग्रहण किया और लोगों से भोजन की गुणवत्ता, सफाई एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. इस अवसर पर अंचल अधिकारी, राजस्व कर्मचारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे. एसडीओ ने कहा कि प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि बाढ़ पीड़ितों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और सभी प्रभावित परिवारों तक आवश्यक सहायता समय पर पहुंचे.
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