600 मीटर दौड़ में लक्ष्मी, हाई जंप में निक्की ने मारी बाजी
नगर परिषद के मुख्य पार्षद ने झंडोत्तोलन व मशाल प्रज्वलित कर किया प्रतियोगिता का शुभारंभ
– आउटडोर स्टेडियम में रविवार को अस्मिता खेलो इंडिया एथलेटिक्स लीग का हुआ आयोजन – अंडर 14 और अंडर 16 आयु वर्ग की करीब 200 बालिकाओं ने प्रतियोगिता में लिया हिस्सा – नगर परिषद के मुख्य पार्षद ने झंडोत्तोलन व मशाल प्रज्वलित कर किया प्रतियोगिता का शुभारंभ सुपौल. एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के निर्देश पर जिला एथलेटिक्स एसोसिएशन द्वारा रविवार को जिला मुख्यालय स्थित आउटडोर स्टेडियम में अस्मिता खेलो इंडिया एथलेटिक्स लीग 2025 का आयोजन किया गया. बालिकाओं को एथलेटिक्स के क्षेत्र में बेहतर मंच उपलब्ध कराने और खेल के प्रति बढ़ते रुझान को नई दिशा देने के उद्देश्य से आयोजित इस एक दिवसीय प्रतियोगिता ने जिले में एक नई पहचान बनाई. प्रतियोगिता का शुभारंभ नगर परिषद के मुख्य पार्षद सह जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राघवेन्द्र झा राघव ने झंडोत्तोलन व मशाल प्रज्वलित कर किया. इसके बाद प्रतिभागी बालिकाओं ने आकर्षक मार्च पास्ट प्रस्तुत किया, जिसने पूरे वातावरण को ऊर्जावान और उत्साहपूर्ण बना दिया. उद्घाटन के दौरान बड़ी संख्या में खेलप्रेमी और जिले के विभिन्न खेल संगठनों से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित रहे. प्रतियोगिता में अंडर 14 और अंडर 16 आयु वर्ग की करीब 200 बालिकाओं ने भाग लिया, जो जिले में खेल के प्रति बढ़ती रुचि का प्रमाण है. मैदान में हर इवेंट के दौरान बालिकाओं की प्रतिभा और जोश देखते बनता था. एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा नियुक्त ऑब्जर्वर रामरतन सिंह भी पूरे समय मौजूद रहे, जिन्होंने प्रतियोगिता के संचालन, नियमों के अनुपालन और खिलाड़ियों के प्रदर्शन की निगरानी की. प्रतियोगिता के दौरान जिले के कई खेल प्रेमी और अधिकारी उपस्थित रहे. इसमें डॉ. विजय शंकर चौधरी डॉ. शांति भूषण, जयकृष्ण झा, डॉ. विश्वनाथ सरदार, धनंजय कुमार मिश्र, अशोक कुमार यादव, अभय शंकर झा, चंद्रशिखा प्रसाद सिंह, दीपिका चंद्रा, विश्व विजय, नयन नाथ झा, दिनेश कुमार, रंजीत कुमार, शेख अब्दुल्ला, शोएब अख्तर, जय शंकर प्रसाद, मो. जुब्राईल, राजेश कुमार, मंटू कुमार, जयशंकर प्रसाद आदि शामिल हैं. खेल अनुशासन, आत्मविश्वास व नेतृत्व क्षमता को करता है मजबूत : मुख्य पार्षद मुख्य पार्षद राघवेन्द्र झा राघव ने बालिकाओं की सराहना करते हुए कहा कि एथलेटिक्स जैसे खेल ना केवल शारीरिक फिटनेस बढ़ाता है बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को भी मजबूत करता है. उन्होंने कहा कि सुपौल की बेटियां प्रतिभा में किसी से कम नहीं हैं. जिला स्तर पर बालिकाओं की बढ़ती भागीदारी बताती है कि आने वाले समय में अंशु की तरह और भी बेटियां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने कौशल का परचम लहराने में सक्षम होंगी. नगर परिषद और जिला प्रशासन खेलों के प्रोत्साहन के लिए सदैव तत्पर है. जिला एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव सर्वेश कुमार झा ने बताया कि जिले में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर सिर्फ बालिकाओं के लिए एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. यह पहल बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने तथा उनकी प्रतिभा को पहचान देने का एक सशक्त माध्यम है. कहा कि इस प्रतियोगिता से प्रतिभाशाली खिलाड़ी चिन्हित होंगी, जिन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने की दिशा में एसोसिएशन द्वारा निरंतर प्रयास किया जाएगा. 11 विधाओं में हुई प्रतियोगिताएं एक दिवसीय लीग के तहत 11 एथलेटिक्स विधाओं की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें प्रमुख रूप से 60 मीटर दौड़, 600 मीटर दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, गोला फेंक, भाला फेंक, डिस्कस थ्रो अन्य ट्रैक एवं फील्ड इवेंट शामिल थे. मैदान में हर प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों के उत्साह और जुझारूपन ने उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया. बालिकाओं ने दमदार प्रदर्शन करते हुए पदक के लिए जोरदार प्रतिस्पर्धा की. विभिन्न विधाओं के परिणाम 600 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान लक्ष्मी कुमारी, द्वितीय स्थान अंकिता कुमारी एवं तृतीय स्थान अर्चना कुमारी ने प्राप्त किया. हाई जंप अंडर-16 आयु वर्ग में प्रथम निक्की कुमारी, द्वितीय मौसम कुमारी, तृतीय अनुप्रिया भारती रही. शॉट पुट अंडर-16 आयु वर्ग के खेल में प्रथम स्थान नंदनी कुमारी, द्वितीय राधा कुमारी व तृतीय स्थान कुमारी लवण्या ने प्राप्त किया. डिस्कस थ्रो अंडर-16 आयु वर्ग में प्रथम स्थान सृष्टि श्री, द्वितीय किरण कुमारी व तृतीय स्थान ऋषिका रंजन ने प्राप्त किया. सभी विजेता प्रतिभागियों को मेडल व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. सुपौल में बेटियों को मिला सुनहरा मंच: पहली बार आयोजित हुई ‘अस्मिता खेलो इंडिया महिला एथलेटिक्स लीग’ सुपौल. जिले के खेल इतिहास में रविवार का दिन एक यादगार उपलब्धि लेकर आया. जिले के आउट डोर स्टेडियम में पहली बार ‘अस्मिता खेलो इंडिया महिला एथलेटिक्स लीग’ का भव्य आयोजन किया गया. बेटियों के लिए आयोजित इस विशेष प्रतियोगिता ने न सिर्फ जिलावासियों में उत्साह पैदा किया, बल्कि मैदान में उमड़ी युवा एथलीटों की तादाद ने यह साफ कर दिया कि सुपौल की बेटियां अब खेल जगत में नई पहचान बनाने को तैयार हैं. स्टेडियम में सुबह से ही चहल-पहल देखने लायक थी. सैकड़ों की संख्या में पहुंचीं प्रतिभागियों की ऊर्जा और जोश देखते ही बनता था. ट्रैक पर लड़कियों को स्पर्धाओं में भाग लेते देख अभिभावकों के चेहरे गर्व से चमक उठे. कई माता-पिता ने कहा कि बेटियों को खेल के लिए ऐसा बड़ा मंच मिलना उनके लिए सौभाग्य की बात है. यह पहल बेटियों के आत्मविश्वास को नई उड़ान देगी. इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य युवा महिला एथलीटों को प्रतिस्पर्धा के अधिक अवसर उपलब्ध कराना, उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर की इंवेंट्स के लिए तैयार करना और खेलों में महिला भागीदारी को बढ़ावा देना है. आयोजन समिति के अधिकारियों ने बताया कि ऐसे प्लेटफॉर्म से प्रतिभावान बेटियों की पहचान आसान हो जाती है, जिससे उन्हें आगे बेहतर प्रशिक्षण और मार्गदर्शन मिल पाता है. लीग में विभिन्न आयु वर्ग की एथलीटों ने 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, लंबी कूद, गोला फेंक सहित कई इवेंट्स में अपना कौशल दिखाया. प्रतियोगिता के दौरान कोचों और खेल प्रशिक्षकों ने भी खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया. उनका कहना था कि सुपौल जैसे जिले में इस स्तर का आयोजन होना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है. इससे बेटियों को प्रेरणा मिलेगी और आने वाले समय में यहां से राज्य व देश के लिए कई अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी भी निकल सकती हैं. कार्यक्रम के समापन पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया. साथ ही आयोजकों ने यह भी घोषणा की कि आने वाले वर्षों में इस तरह की प्रतियोगिताओं को और बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाएगा. अस्मिता खेलो इंडिया महिला एथलेटिक्स लीग ने न सिर्फ सुपौल की बेटियों को मंच दिया, बल्कि पूरे जिले में महिला खेल जागरूकता की एक नई शुरुआत भी कर दी है.
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