त्रिवेणीगंज से पहली यात्री ट्रेन रवाना, क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर, व्यापार को मिलेगा नया जीवन
आजादी के 78 वर्ष बाद और भारतीय रेल की 172वीं वर्षगांठ के मौके पर त्रिवेणीगंज रेलवे स्टेशन से पहली बार यात्री ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ.
दीपक कुमार, त्रिवेणीगंज
त्रिवेणीगंज अनुमंडल के इतिहास में शनिवार का दिन स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया. आजादी के 78 वर्ष बाद और भारतीय रेल की 172वीं वर्षगांठ के मौके पर त्रिवेणीगंज रेलवे स्टेशन से पहली बार यात्री ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ. सुपौल-अररिया नयी रेल लाइन पर चली इस ट्रेन ने दशकों से अधूरे सपने को हकीकत में बदल दिया. बीते 27 सितंबर को त्रिवेणीगंज से अमहा पिपरा तक का सीआरएस निरीक्षण पूरा हुआ था, जिसके बाद रेलवे बोर्ड से परिचालन की स्वीकृति मिली. इसके आधार पर फिलहाल सहरसा-अमहा पिपरा पैसेंजर ट्रेन का विस्तार त्रिवेणीगंज तक कर दिया गया है. रेल अधिकारियों का कहना है कि यह शुरुआत भर है. आगे की योजना के तहत इस सेवा को राजधानी पटना के साथ-साथ अन्य महानगरों तक जोड़ा जाएगा. इससे उत्तर बिहार के यात्रियों को सीधे राजधानी और बड़े शहरों से संपर्क का अवसर मिलेगा.स्थानीय लोगों में उत्साह
त्रिवेणीगंज और आसपास के क्षेत्रों में इस सेवा को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. पहली ट्रेन के स्टेशन से रवाना होते ही लोगों ने तालियों और जयकारों से स्वागत किया. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, हर कोई इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना. कई लोगों ने इसे क्षेत्र के विकास का नया द्वार बताया.व्यापार और यात्रियों के लिए लाभकारी
स्थानीय व्यापारियों का मानना है कि इस नयी रेल सेवा से कारोबार को नयी गति मिलेगी. अब माल ढुलाई और यात्रियों की आवाजाही दोनों ही सुगम हो जाएगी. छोटे शहरों और कस्बों के व्यापारी अपने उत्पाद को आसानी से बड़े बाजारों तक पहुंचा पाएंगे. दूसरी ओर, यात्रियों के लिए यह सुविधा कम खर्च में यात्रा का नया विकल्प साबित होगी. ट्रेन सेवा से समय और पैसे दोनों की बचत होगी. लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही त्रिवेणीगंज से पटना और दिल्ली जैसी जगहों तक सीधी ट्रेन सेवा शुरू होगी. इससे न केवल यात्रा सुविधाजनक होगी, बल्कि शिक्षा, रोजगार और व्यापार के नए अवसर भी क्षेत्र को मिलेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
