आसमान में छाये बादल और दिनभर हुई बारिश से जनजीवन प्रभावित
जिले में शनिवार का दिन लगातार बारिश और घने बादलों के साये में बीता. सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए रहे.
सुपौल. जिले में शनिवार का दिन लगातार बारिश और घने बादलों के साये में बीता. सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए रहे. रुक-रुक कर हुई बारिश ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित कर दिया. कई जगहों पर झमाझम तो कहीं हल्की-फुहारें पड़ती रहीं, जिसके कारण सड़कों पर कीचड़, गड्ढों में पानी भरने और यातायात की रफ्तार धीमी पड़ने जैसी स्थिति देखने को मिली. लगातार हो रही बरसात के कारण सब्जी और फल बाजार में ग्राहकों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में काफी कम रही. वहीं, दुकानदारों ने भी बताया कि सुबह से ही ग्राहकों की आवाजाही घट गयी थी, जिससे कारोबार पर असर पड़ा. किसानों का कहना है कि एक ओर जहां समय-समय पर होने वाली बारिश खरीफ फसलों के लिए अनुकूल मानी जाती है, वहीं इस तरह की लगातार बारिश धान की कटाई पर प्रतिकूल असर डाल सकती है. खेतों में नमी अधिक होने से धान काटने और सुखाने का काम बाधित हो सकता है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, नेपाल के तराई क्षेत्र और कोसी के जलग्रहण क्षेत्र में सक्रिय सिस्टम का असर सुपौल जिले पर भी पड़ा है, जिसके कारण लगातार बादल छाए हुए हैं और वर्षा का सिलसिला जारी है. बारिश का असर बच्चों और ऑफिस जाने वाले लोगों पर भी दिखा. हालांकि, बारिश ने शहरवासियों को उमस और गर्मी से कुछ हद तक राहत भी दी है. जिला प्रशासन ने लगातार हो रही बारिश को देखते हुए आपदा प्रबंधन और तटवर्ती क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाने का निर्देश दिया है. तटबंधों की सुरक्षा और निचले इलाकों में पानी निकासी की व्यवस्था पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है.
लालगंज में फिर कटाव शुरू
बारिश के बाद कोसी नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है. जिस कारण सदर प्रखंड क्षेत्र के लालगंज गांव में नदी का कटाव तेज हो गया है, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने अधिकारियों को दी. सूचना मिलने के साथ ही सदर एसडीएम इंद्रवीर कुमार कटाव स्थल का जायजा लिया. जिन्होंने लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी. वहीं जल संसाधन की टीम भी मौके पर पहुंच कर कटाव निरोधी कार्य प्रारंभ कर दिया है. बम्बू पाइलिंग व नायलॉन क्रेटिंग के सहारे कटाव को रोकने का प्रयास किया जा रहा है.शहरी व ग्रामीण इलाके में ठप पड़ा बिजली आपूर्ति
सुबह से हल्की हवा के साथ हो रही बारिश ने इलाके में विद्युत आपूर्ति को ठप कर दिया है. मेघ के गरजने की वजह से फीडर में लगे इंसुलेटर जलने की बात सामने आ रही है. शहरी इलाके में दोपहर बाद तो ग्रामीण इलाके में सुबह 10 बजे से ही विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है.पशुपालकों की बढ़ी परेशानी
दिनभर बारिश होने के कारण मवेशी पालकों की समस्या बढ़ गयी है. मवेशी चारे के लिए पशु पालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. बारिश के कारण दिनभर घर में ही पशु को रखने की विवशता बनी रही. बारिश के साथ हवा के झोंके चलने से खेतों में धान की फसल धाराशायी हो गया है. हालांकि जिस धान की फसल में बाली नहीं लगी है, उसे फायदा पहुंचा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
