इमामपट्टी आदिवासी टोला में दशकर्मा पूजा संपन्न, ढोल-नगाड़े की थाप पर थिरके लोग
प्रखंड अंतर्गत तेकुना पंचायत के इमामपट्टी आदिवासी टोला, वार्ड नंबर नौ में आदिवासी समुदाय का प्रमुख पर्व दशकर्मा पूजा शुक्रवार को शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ.
प्रतापगंज. प्रखंड अंतर्गत तेकुना पंचायत के इमामपट्टी आदिवासी टोला, वार्ड नंबर नौ में आदिवासी समुदाय का प्रमुख पर्व दशकर्मा पूजा शुक्रवार को शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ. यह पर्व हर साल सामूहिक रूप से बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. वार्ड सदस्य उपेंद्र उरांव ने जानकारी दी कि दशकर्मा पूजा की शुरुआत दशहरा की नवमी तिथि, बुधवार से हुई और 11वीं तिथि, शुक्रवार को इसका समापन हुआ. इस दौरान वार्ड नंबर 09 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में टेंट लगाकर पूजा-अर्चना और पारंपरिक नृत्य-गीत का आयोजन किया गया. ढोल-नगाड़े की थाप पर महिलाएं, पुरुष, युवक-युवतियां और बच्चे पूरी श्रद्धा और उत्साह से नाचते-गाते नजर आए.
छह गांवों की सहभागिता
इस अवसर पर आसपास के छह गांव शंकरपुर, कलिकापुर, कटही, पड़ियाही, पुराना टोल और गीधड़पट्टी से करीब 400 लोग शामिल हुए. सभी अपने-अपने सवारी साधनों से पहुंचे और उत्सव का हिस्सा बने. आयोजन स्थल पर भोजन, विश्राम और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की गयी थी. इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक वार्ड सदस्य उपेंद्र उरांव और धीरेंद्र उरांव रहे. उपेंद्र उरांव ने बताया कि पर्व की शुरुआत धीरेंद्र उरांव के देवता गिरीह से नवमी तिथि पर कर्मा का पौधा लाकर कलश के रूप में आंगनबाड़ी केंद्र में स्थापित करने के साथ हुई. इसके बाद लगातार तीन दिनों तक सामूहिक ढोल-नगाड़े, पारंपरिक गीत-संगीत और नृत्य का दौर चलता रहा. बच्चों और ग्रामीणों के मनोरंजन के लिए स्थल पर छोटे-छोटे मेला का भी आयोजन किया गया. मिठाई, खिलौने और चाय-पान की दुकानें सजी थी, जहां लोगों ने जमकर खरीदारी की.लोगों ने नम आंखों से दी विदाई
शुक्रवार को 11वीं तिथि पर विधि-विधान के साथ कलश और कर्मा पौधे का विसर्जन धर्मघाट नदी में किया गया. विदाई के समय उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गयी. इसी के साथ तीन दिवसीय दशकर्मा पूजा का समापन हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
