प्रतिभा को मिला सम्मान, तो सबके बढ़ गये अरमान

सोमवार को सैकड़ों छात्रों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच शहर के जिला शिक्षा प्रशिक्षण महाविद्यालय (डायट) परिसर स्थित सीटीइ सभागार एक नया इतिहास रच रहा था. जहां अपनी प्रतिभा के बल पर लोहा मनवाने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा था.

By DEEPAK MISHRA | June 23, 2025 10:07 PM

प्रतिनिधि, सीवान. सोमवार को सैकड़ों छात्रों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच शहर के जिला शिक्षा प्रशिक्षण महाविद्यालय (डायट) परिसर स्थित सीटीइ सभागार एक नया इतिहास रच रहा था. जहां अपनी प्रतिभा के बल पर लोहा मनवाने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा था. छात्र-छात्राओं व अभिभावकों से खचाखच भरे डायट परिसर स्थित सीटीई सभागार में जब छात्रों के प्रतिभा को सम्मानित किया गया तो छात्र सहित उनके अभिभावकों के मन में नए अरमान जगने शुरू हो गए. एक तरफ जहां छात्रों के मन में नई ऊंचाइयों को छूने की ललक बढ़ रही थी, वहीं समाज व राष्ट्र के लिए कुछ करने का अरमान भी जग रहा था. तकरीबन तीन घंटे तक चले सम्मान समारोह कार्यक्रम में दो दर्जन से अधिक अतिथियों ने बच्चों को सम्मानित किया. एक तरफ जहां सभी ने बच्चों की प्रतिभा को सम्मान किया, वहीं दूसरी ओर उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी. अतिथि, शिक्षक व अभिभावकों को भी सलाम करने से वे पीछे नहीं हटे, जिन्होंने कठिन परिश्रम कर अच्छा स्थान लाने के लिए अपने बच्चों को प्रेरित किया. वक्ताओं ने कई महान विभूतियों की बातों का जिक्र किया. पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की बातों को याद करते हुए कहा सभी को बड़े सपने देखना चाहिए. बच्चों को सपने उन्हें आगे बढ़ाने और जीवन में अच्छा करने के लिए प्रेरित करते हैं. मंचासीन अतिथियों ने कहा कि बिहार के लोग प्रतिभावान होते हैं और उनमें प्रतिभा कूट-कूट कर भरी होती है. जरूरत तो सिर्फ सही मंच मिलने का. उन्होंने कहा कि प्रभात खबर ने वह मंच प्रदान कर दिया है, जिसकी अभिलाषा हर अभिभावक को होती है. अब देखना यह है कि बच्चे कहां तक इसका लाभ उठा पाते हैं. आगंतुकों ने कहा कि शिक्षा का मकसद सिर्फ डिग्री हासिल करना नहीं बल्कि सच्ची ज्ञान प्राप्त करना है. यदि बच्चे सही ज्ञान प्राप्त कर लें तो ऐसी कोई शक्ति नहीं है जो बिहार के बच्चों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का डंका बजाने से रोक सके. प्रशस्ति पत्र व मेडल प्राप्त कर जहां बच्चे आत्मविश्वास से लबरेज दिख रहे थे, वहीं अभिभावकों के आंखों में एक अलग खुशी चमक रही थी. खचाखच भरे डायट परिसर स्थित सीटीइ सभागार जब तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था तो ऐसा प्रतीत हो रहा था कि छात्र अब अलग मुकाम हासिल करने के लिए यहां से कुछ हासिल करेंगे. सम्मान समारोह कार्यक्रम में जिले के वरीय पदाधिकारी सहित आगंतुक अतिथियों व शिक्षाविदों को भी अपना विचार रखने का मौका मिला. साथ ही उन्होंने बच्चों का हौसला अफजाई किया. कार्यक्रम के समापन के अवसर पर बच्चों ने जहां नयी उड़ान भरने का संकल्प लिया, वहीं अभिभावकों की उनसे उम्मीदें भी बढ़ गयी.कार्यक्रम में जीडीके रसीदचक के एचएम अजय पांडे भी मौजूद थे. कार्यक्रम कीअध्यक्षता महंत गया दास ने की.

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