siwan news. पुआल जलाने से खराब हुई हवा, एक्यूआइ 199 पर, सांस लेने में हो रही परेशानी

17 नवंबर को एक्यूआइ 122 था, इसके बाद यह धीरे-धीरे बढ़ता गया, 23 नवंबर को एक्यूआइ 199 तक पहुंच गया, जो बहुत ही चिंताजनक है

By Shashi Kant Kumar | November 27, 2025 10:22 PM

भगवानपुर हाट. प्रखंड क्षेत्र में धान की कटनी के बाद खेतों में पुआल जलाने और सड़कों पर बढ़ती गाड़ियों के कारण हवा लगातार खराब होती जा रही है. बारिश के कारण धान की फसल भारी रूप से प्रभावित हुई है. खेतों में पानी भरे रहने से किसान पानी में उतरकर मुश्किल से आधी फसल की ही कटाई कर पा रहे हैं. थ्रेसर में धान अलग करने के बाद जो जो पुआल निकल रहा है, उसे सुखाने की व्यवस्था नहीं होने से किसान खेत में ही जला रहे हैं. पुआल जलाने से हवा प्रदूषित तो होती ही हैं साथ ही खेत की मिट्टी की उर्वरक शक्ति नष्ट होने का खतरा बढ़ जाता है. इससे जमीन में मौजूद उपयोगी जीवाणु मर जाते हैं और आने वाली फसलों की पैदावार पर भी बुरा असर पड़ सकता है. बीते कुछ दिनों से हवा की गुणवत्ता यानी एक्यूआइ लगातार 120 से 199 के बीच बनी हुई है, जो स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं मानी जाती.

आंकड़ों के अनुसार 17 नवंबर को एक्यूआइ 122 था. इसके बाद यह धीरे-धीरे बढ़ता गया. 23 नवंबर को एक्यूआइ 199 तक पहुंच गया, जो बहुत ही चिंताजनक है. 27 नवंबर की सुबह नौ बजे भी AQI 154 दर्ज किया गया, यानी हवा अब भी साफ नहीं है.हवा खराब होने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है. कई लोगों को खांसी हो रही है, आंखों में जलन है और सिरदर्द की शिकायत बढ़ गई है. भगवानपुर हाट स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी देख रहे डॉक्टर राजीव पंडित ने बताया कि एक्यूआइ 150 हो जाने पर दमा और दिल के मरीजों को ज्यादा परेशानी होती है. छोटे बच्चों और बुजुर्गों को भी इसका असर जल्दी होता है.अगर ऐसी हवा लंबे समय तक बनी रही तो फेफड़े कमजोर हो सकते हैं. बच्चों के फेफड़ों की बढ़त रुक सकती है. दिल की बीमारी और सांस की दूसरी समस्याएं बढ़ सकती हैं. गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है.

धान का पुआल जलाने से खेतों के साथ-साथ पूरे इलाके में धुआं फैल जाता है. इससे हवा और ज्यादा जहरीली हो जाती है. साथ ही पेड़-पौधों और आसपास की फसलों को भी नुकसान पहुंचता है. उन्होंने कहा कि बेवजह घर से बाहर न निकलें बच्चों को बाहर खेलने से रोकें,मास्क लगाकर ही बाहर जाएं,सुबह-शाम टहलने से बचें, खेतों में पुआल न जलाएं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है