ग्रीष्मावकाश के बाद खुल गये स्कूल, पहले दिन उपस्थिति कम
सोमवार से कक्षा एक से बारहवीं तक के सभी सरकारी विद्यालय खुल गये. पहला दिन होने के चलते उपस्थिति कम रही.मालूम हो कि दो जून से प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्कूल में गर्मी की छुट्टी थी.करीब 22 दिन बाद कक्षा एक से लेकर 12 वीं तक के विद्यालयों में रौनक लौट आयी.
प्रतिनिधि,सीवान. सोमवार से कक्षा एक से बारहवीं तक के सभी सरकारी विद्यालय खुल गये. पहला दिन होने के चलते उपस्थिति कम रही.मालूम हो कि दो जून से प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्कूल में गर्मी की छुट्टी थी.करीब 22 दिन बाद कक्षा एक से लेकर 12 वीं तक के विद्यालयों में रौनक लौट आयी. स्कूलों में बच्चों की चहल-पहल दिखने लगी.छुट्टी के बाद बच्चों ने स्कूल में कदम रखा तो वह भी काफी खुश दिख रहे थ स्कूल खुलने के पहले दिन छात्रों की उपस्थिति कम देखी गयी. बच्चों ने अभिभावकों के साथ पिकनिक, पर्यटन स्थल व नाना-नानी के यहां जाकर अपनी छुट्टियां बिताई.स्कूल खुलने की तिथि नजदीक आते ही सभी बच्चे अपने घरों को पहुंच गए थे. उन्होंने घर पर रहकर अपने होमवर्क को निपटाने का कार्य किया. विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार विद्यालय सुबह 9:30 बजे ही खुल गए.लेकिन उस समय छात्रों की उपस्थिति नगण्य रही.शिक्षक घर -घर घूमकर छात्रों को विद्यालय लाए. तीखी धूप व उमस से परेशान दिखे छात्र तीखी धूप व गर्मी ने छात्रों को परेशान किया.सोमवार की सुबह जहां चारों ओर धुंध दिखी.वही उमस भरी गर्मी ने पसीना निकाल दिया.कक्षा में छात्र गर्मी से परेशान रहे है.वही 10 बजे के बाद निकली तीखी धूपने छात्रों को झुलसाया. हालांकि दोपहर बाद बादल छाने से मौसम सुहावना हो गया. उमसभरी गर्मी से प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के साथ-साथ उच्च विद्यालय की भी छात्र-छात्राओं की परेशानी हो रही है. विद्यालय से छुट्टी के बाद स्कूली बच्चे धूप से बचने के लिए अपने किताब का सहारा लेते देखे गए. प्राथमिक विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चे को लू लगने या बीमार होने की संभावना बढ़ गई है. चिकित्सकों का कहना है कि शिक्षकों व अभिभावकों को छात्रों के सेहत के प्रति सचेत रहने की जरूरत है. स्कूल खुलने पर छात्रों का किया गया स्वागत विद्यालय खुलने पर प्राथमिक और मध्य विद्यालय के बच्चों के लिए स्वागत सप्ताह का शुभारंभ किया गया.विद्यालय परिसर की साफ सफाई की गई.शिक्षकों ने छात्रों को तिलक लगाकर व फूल का माला पहनाकर स्वागत किया.शिक्षकों ने बताया कि स्वागत सप्ताह मनाने का मुख्य उद्देश्य गर्मी की छुट्टी के बाद विद्यालय खुलने पर छात्रों में शिक्षा के प्रति रूचि बढ़ाना है.छुट्टी के बाद विद्यालय आने की निरंतरता टूट जाती है. छात्र विद्यालय जाने से कतराते है. जिसे देखते हुए विद्यालय आने के साथ पढ़ाई में रूची बढ़ाने को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा स्वागत सप्ताह मनाने का पहल किया गया है.इस कार्यक्रम के तहत सप्ताह के छह दिनों के लिए अलग-अलग गतिविधियां आयोजित होंगी. मंगलवार को गर्मी की छुट्टी में छात्रों को दिए गए गृह कार्य की जांच शिक्षकों द्वारा की जाएगी.25 जून को गणित एक्सप्रेस का आयोजन छात्रों के लिए किया जायेगा. 26 जून को बच्चों से पाठ्य पुस्तक पढ़वाने का कार्य किया जाएगा. 27 जून को फिर से स्वागत समारोह होगा जिसमें बच्चों को बैच प्रदान किया जायेगा.
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