मच्छर जनित रोगों से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तत्पर
बरसात के मौसम में मच्छर जनित रोगों से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपचार को लेकर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है. ताकि समय रहते उसका जांच और इलाज़ किया जा सके.मॉनसून के दौरान डेंगू, चिकनगुनिया एवं मलेरिया जैसे रोगों की ससमय पहचान एवं संपूर्ण उपचार सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है.
प्रतिनिधि,सीवान. बरसात के मौसम में मच्छर जनित रोगों से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपचार को लेकर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है. ताकि समय रहते उसका जांच और इलाज़ किया जा सके.मॉनसून के दौरान डेंगू, चिकनगुनिया एवं मलेरिया जैसे रोगों की ससमय पहचान एवं संपूर्ण उपचार सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है. सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में मनाये जाने वाले मलेरिया दिवस के दौरान से ही स्वास्थ्य विभाग मलेरिया संक्रमण के खिलाफ जागरूकता मुहिम शुरू कर चुकी है.इस जागरूकता मुहिम को और विशेष रूप से बल देने के लिए जून माह को एंटी मलेरिया माह के रूप में मनाया जा रहा है. मलेरिया रोकथाम की गतिविधियों पर विशेष बल दिया जा रहा है. मुख्य रूप से छः प्रकार की बीमारियों से बचाव करना बेहद जरूरी मच्छर जनित बीमारियों से संबंधित जानकारी देते हुए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल ने बताया कि मच्छर कई अन्य प्रकार की गंभीर बीमारियों के वाहक होते हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकती हैं. जिनमें मुख्य रूप से प्रमुख मच्छर जनित बीमारियों में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरियासिस, कालाजार और जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस सहित कई अन्य प्रकार की बीमारी शामिल है.जिसमें मुख्य रूप से मलेरिया नामक बीमारी मादा एनोफिलीज़ मच्छर के काटने से होती है.जिसमें बुखार, ठंड लगना, पसीना आना, सिरदर्द, कमजोरी लक्षण आने से नजदीकी स्वास्थ्य संस्थानों में जाकर जांच कराना चाहिए.ताकि समय से उसका उपचार किया जा सके.
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