siwan news. राजेंद्र प्रसाद का जीवन त्याग, सादगी व सेवा की मिसाल
भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती और सीवान स्थापना दिवस पूरे उल्लास के साथ मनाया गया
जीरादेई. प्रखंड में मंगलवार को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती और सीवान स्थापना दिवस पूरे उल्लास के साथ मनाया गया. प्रखंड के सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. इसी क्रम में राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पुखरेड़ा में प्रभात फेरी निकाली गई, जिसमें विद्यालय के छात्र–छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. प्रभातफेरी विद्यालय परिसर से शुरू होकर पुखरेड़ा गांव के मुख्य मार्गों और गलियों का भ्रमण करती हुई पुनः विद्यालय में आकर संपन्न हुई. बच्चों ने हाथों में रंगीन तख्तियां लिए शिक्षा सबसे बड़ा धन, स्वच्छता अपनाएं–देश को आगे बढ़ाएं, नशा छोड़ो–परिवार जोड़ो जैसे नारे लगाये. ग्रामीणों ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कार्यक्रम की सराहना की. प्रभात फेरी के बाद विद्यालय में आयोजित समारोह में सभी शिक्षकों ने भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के तैलचित्र पर माल्यार्पण किया और उनके योगदान को याद किया. शिक्षकों ने कहा कि डॉ प्रसाद का जीवन त्याग, सादगी और सेवा की मिसाल है, जिससे आज की पीढ़ी को सीख लेने की आवश्यकता है. साथ ही सीवान स्थापना दिवस से जुड़े इतिहास और जिले की गौरवशाली पहचान पर भी चर्चा की गई. मौके पर प्रधानाध्यापक रामइकबाल प्रसाद, शिक्षक हरिकृष्ण प्रसाद, हृदया राम, बीरेन्द्र चौधरी, प्रेम सागर शर्मा, अमर कुमार, राकेश गुप्ता, महेन्द्र प्रसाद, अपसर अली, शिक्षिकाएं प्रियंका राय, रिंकी राय आदि उपस्थित थे.
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