बालू व पत्थर उत्खनन के नये नियम का विरोध

मुहिम. ट्रक एसोसिएशन ने की हड़ताल, कारोबार ठप शराबबंदी, दहेज उन्मूलन की तरह खनिज निगम व्यवस्था भी होगा विफल शेखपुरा : बालू और पत्थर उत्खनन को लेकर सरकार की नयी नीति के बाद जिले के ट्रक एसोसिएशन ने विरोध जताते हुए वाहनों का परिचालन ठप कर दिया है. इस चक्का जाम हड़ताल के कारण जिले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 17, 2017 7:11 AM

मुहिम. ट्रक एसोसिएशन ने की हड़ताल, कारोबार ठप

शराबबंदी, दहेज उन्मूलन की तरह खनिज निगम व्यवस्था भी होगा विफल
शेखपुरा : बालू और पत्थर उत्खनन को लेकर सरकार की नयी नीति के बाद जिले के ट्रक एसोसिएशन ने विरोध जताते हुए वाहनों का परिचालन ठप कर दिया है. इस चक्का जाम हड़ताल के कारण जिले के कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है. एसोसिएशन ने गुरुवार को जिला मुख्यालय के कॉलेज मोड़ पर सैकड़ों ट्रकों के साथ सरकार की नयी नीति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय यादव, उपाध्यक्ष मो. मुअज्जम, कोषाध्यक्ष रामबालक यादव, रवि कुमार उर्फ दादा, राम गुलाम यादव, गौतम राम, संतोष राम, अखिलेश सिंह, बबलू महतो समेत अन्य लोगों ने अपना आक्रोश प्रकट किये.
उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था तहत जो नीति लागू की जा रही है, उससे ट्रक एसोसिएशन मर्माहत है. उन्होंने कहा कि पिछले एक पखवारे से जारी इस व्यवस्था से वाहन मालिक अपने चालक एवं कर्मियों को वेतन देने में अक्षम साबित हो रहे हैं. ऐसी स्थित में वाहन मालिकों को अपने वाहन का बैंक से लिये कर्ज की किस्त चुकाना भी मुश्किल हो गया है. एसोसिएशन के नेताओं ने कहा कि सरकार का यह फैसला शराबबंदी और दहेज उन्मूलन की तरह पूरी तरह फेल होना तय है.
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित वाहन संचालन के मापदंडों का पालन करना जब सरकारी महकमा के द्वारा संभव नहीं है, तो ऐसी परिस्थिति में आम लोगों पर कार्रवाई का यह फैसला किसी दमन से कम नहीं है.सरकार की नीतियों को वापस लेने की मांग को लेकर अपने कारोबार को ठप करने वाले ट्रक एसोसिएशन के सदस्य अपने इस आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए दृढ़संकल्पित हैं. वहीं दूसरी ओर एसोसिएशन के नेता और समर्थक शहर के कॉलेज मोड़ पर लंगर चला रहे हैं. इस मौके पर एसोसिएशन के नेता रवि कुमार उर्फ राका ने बताया कि सरकार का यह फैसला वाहन मालिकों के साथ आम लोगों के लिए भी परेशानी का कारण बन गया है. उन्होंने कहा कि सरकार की नई नीति से वाहन संचालकों के लिए उनका कारोबार घाटे का सौदा साबित हो रहा है. उन्होंने कहा की संगठन अपनी मांगों को पूरा करने तक आंदोलन जारी रखेगा.ट्रक एसोसिएशन की इस हड़ताल से एक तरफ जहां जिले के कारोबार में प्रतिदिन लाखों का नुकसान हो रहा है.
वहीं दूसरी ओर आम व्यवसाइयों के बीच असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है. दरअसल ट्रक एसोसिएशन की हड़ताल से ट्रांसपोर्ट कारोबार पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. जिसके कारण रोजमर्रा की सामग्री की आमद प्रभावित हो रही है. ट्रक एसोसिएशन के नेता राम गुलाम यादव ने बताया कि हड़ताल के कारण रसोई गैस एवं पेट्रोलियम पदार्थों के आमद पर भी बुरा प्रभाव प्रभाव पड़ रहा है.

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