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पीएम के कार्यक्रम के बाद बिक्रमगंज में सड़क और हेलीपैड हटाने का काम शुरू

Sasaram news. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मई को बिक्रमगंज में हुए कार्यक्रम के लिए बनी अस्थायी संरचना व पक्की सड़क को अब हटाया जा रहा है. शनिवार से इसकी शुरुआत कर दी गयी.

By ANURAG SHARAN | June 7, 2025 8:00 PM
पीएम के कार्यक्रम के बाद बिक्रमगंज में सड़क और हेलीपैड हटाने का काम शुरू

हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद पीएम को अस्थायी रूप से बनी पक्की सड़क से मंच तक पहुंचाया गया था

फोटो -15- कार्यक्रम के लिए खेत में बनी पक्की सड़क को हटाती जेसीबी. प्रतिनिधि, बिक्रमगंज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मई को बिक्रमगंज में हुए कार्यक्रम के लिए बनी अस्थायी संरचना व पक्की सड़क को अब हटाया जा रहा है. शनिवार से इसकी शुरुआत कर दी गयी. कार्यक्रम स्थल के आसपास बनी पक्की सड़क, हेलीपैड और अन्य अस्थायी निर्माण को एक नयी एजेंसी की मदद से हटाया जा रहा है, ताकि किसानों को उनके खेत मूल स्थिति में वापस मिल सकें. गौरतलब है कि पीएम मोदी जब बिक्रमगंज के दुर्गाडीह मैदान में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे, तब हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद उन्हें अस्थायी रूप से बनी पक्की सड़क से मंच तक पहुंचाया गया था. अब इस अस्थायी पक्की सड़क को जेसीबी से उखाड़ा जा रहा है. कार्यक्रम के बाद जब स्थानीय किसानों ने अपनी व्यथा प्रशासन के समक्ष रखी और बताया कि खेतों में बिछी सीमेंटेड सड़क और पिचिंग के कारण अब उनकी खेती बाधित हो रही है, तब प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया. सीओ अल्का कुमारी ने बताया कि शनिवार से निर्माण हटाने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गयी है और सोमवार से खेतों को फिर से समतल कर रैयतों के अनुसार जमीन की पैमाइश कर खेत लौटाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. इससे किसानों ने राहत की सांस ली है. कई किसान इस प्रक्रिया को देखकर मौके पर पहुंचे और अपनी जमीन की स्थिति का जायजा लिया. ग्रामीणों ने कहा कि पहले उन्हें डर था कि कहीं ये सड़क स्थायी न बना दी जाये, लेकिन प्रशासन की तत्परता और जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से अब उनका भरोसा लौटा है.

प्रशासनिक पहल का इन नेताओं ने किया स्वागत

प्रधानमंत्री मोदी की सभा के दौरान सक्रिय रहे काराकाट विधानसभा के पूर्व विधायक राजेश्वर राज, बलिराम मिश्रा, डॉ. मनीष रंजन, भाजपा नेता मदन प्रसाद वैश्य, दिनारा से वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र सिंह और युवा नेता अखिलेश कुमार ने किसानों की इस समस्या को लेकर चिंता जताई थी. इन सभी नेताओं की जनसभा में भूमिका प्रमुख रही थी, लेकिन जब किसानों ने कार्यक्रम के बाद खेतों की दुर्दशा की बात सामने रखी, तो उन्होंने भी प्रशासन से इसे शीघ्र सुलझाने की मांग की थी.

12 लाख वर्ग फुट खेतों का कार्यक्रम के लिए प्रशासन ने किया था उपयोग

पीएम की जनसभा के लिए 12 लाख वर्ग फीट भूमि पर अस्थायी अधिग्रहण और निर्माण हुआ था, जिससे किसानों को खेती में नुकसान की आशंका थी. हालांकि अब प्रशासनिक निर्णय और नेताओं की पहल से खेतों को पुनर्स्थापित करने की दिशा में ठोस कदम उठाये जा चुके हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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