यूपीएससी में स्वाति शर्मा को 17वां स्थान

रोहतास की रहने वाली हैं स्वाति शर्मा

By Prabhat Khabar | April 16, 2024 9:38 PM

रोहतास की रहने वाली हैं स्वाति शर्मा जमशेदपुर/रोहतास़ शहर की बेटी स्वाति शर्मा ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) 2023 की प्रतिष्ठित परीक्षा में जमशेदपुर का नाम रोशन किया है. स्वाति ने ऑल इंडिया रैंकिंग में 17वां स्थान हासिल किया है. उसने तीसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की है. पिता संजय शर्मा मूलरूप से बिहार के रोहतास जिले के कवाथ डिलिया गांव के रहनेवाले हैं. स्वाति का परिवार मानगो के उलीडीह के कालिकानगर में रहता है. स्वाति ने बताया कि पिता सेना में थे, इसलिए आरंभिक पढ़ाई देश के कई हिस्सों में हुई. 10वीं आर्मी सेकेंडरी स्कूल, कोलकाता से की. 12वीं जमशेदपुर के साकची स्थित टैगोर एकेडमी से पूरी की. इसके बाद 2019 में बिष्टुपुर स्थित जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज से पॉलेटिकल साइंस में एमए किया. जब वह टैगोर एकेडमी से 12वीं कर रही थी, तो उसके शिक्षक जाकिर अख्तर ने उसे यूपीएससी परीक्षा के लिए मोटिवेट किया. शिक्षक की बातों से प्रभावित होकर उसने माता-पिता से बात की. स्वाति ने पहले दो प्रयास के दौरान जमशेदपुर में ही रहकर पढ़ाई की और परीक्षा दी, लेकिन सलेक्शन नहीं हुआ. इसके बाद उसने अंतिम प्रयास की तैयारी के लिए दिल्ली जाने का फैसला किया. नवंबर 2022 में दिल्ली में जाकर पढ़ाई शुरू की. जून 2023 में परीक्षा हुई, अगस्त में परिणाम आया. जनवरी 2024 में इंटरव्यू हुआ और फाइनल रिजल्ट मंगलवार को आया, तो ऑल इंडिया रैंकिंग में 17वें स्थान पर रही.स्वाति शर्मा ने प्रभात खबर से कहा कि उसने जो सफलता हासिल की, उसके पीछे एक मूलमंत्र रहा कि पुरानी गलतियों को दोहराना नहीं है. आगे कैसे पढ़ना है, इसके बारे में सोचना है. टॉपर रहे छात्रों ने किस तरह सवालों का हल किया. उनकी पढ़ाई का पैटर्न क्या रहा. किस तरह खुद को बिना दवाब के पढ़ाई में व्यस्त रखना है. यह सीखा और इस पर काम किया, जिंदगी खुद बेहतर बनती गयी. पढ़ाई कभी भी बोझ या उबाऊ नहीं लगी. हर चीज अपने अनुरूप लगने लगी. उधर, दावथ नगर पंचायत कोआथ के डिलियां गांव निवासी पूर्व सैनिक (सीएमपी) संजय शर्मा की पुत्री स्वाति शर्मा ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाकर जिले का मान बढ़ाया है.जब परीक्षा परिणाम की जानकारी स्वाति के गांव डिलियां में परिवार व ग्रामीणों को मिली, तो सभी ने खुशी का इजहार किया. संजय शर्मा के चचेरे भाई साजन शर्मा ने बताया कि मैं संजय भैया को जानता हूं. परंतु, देखा नहीं हूं. जानकारी मिली है, जिससे बहुत खुशी हुई. हमारी बिटिया इतने बड़े पद पर जायेगी. दूसरे चचेरे भाई नागेंद्र शर्मा व गोविंदा शर्मा ने कहा कि संजय मेरे बड़े पिता के बेटे हैं, जो सेना में थे. उनका लड़का भी टाटा स्टील में कार्यरत है. बिटिया की सफलता से पूरा परिवार समेत गांव के लोग बहुत खुश हैं. ग्रामीण बबुआन चौधरी, अनिल चौधरी, बीरू चौधरी, महेंद्र प्रसाद, विपिन विहारी आदि ने कहा कि गांव की बेटी ने यूपीएससी परीक्षा में 17वां स्थान लाकर मान बढ़ाया है.

Next Article

Exit mobile version