आशा ने ओपीडी कक्ष में जड़ा ताला
पांच सूत्री मांगों को लेकर आशा ने किया प्रदर्शन
पांच सूत्री मांगों को लेकर आशा ने किया प्रदर्शन
अस्पताल में इलाज के लिए इधर-उधर भटकते रहे मरीजप्रतिनिधि, तिलौथू.
स्थानीय पीएचसी में बुधवार को आशा ने ताला जड़ अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया. इस संबंध में आशा संघ की अध्यक्ष देवंती देवी ने बताया कि हम लोग कई वर्षों से अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से हम लोगों को एक निश्चित मानदेय भी नहीं दिया जा रहा है और न ही एक भी मांग पूरी की गयी. हम लोगों के माध्यम से ही प्रसूताओं को अस्पताल पहुंचाया जाता है. इसमें सरकार अपने आंकड़े दिखाकर वाहवाही लुटती है. आशा के लिए अस्पताल में बैठने के लिए एक कमरा तक नहीं होता है. एएनएम या फिर डॉक्टर के पास बैठकर या खड़े होकर समय गुजारना पड़ता है. आशा ने दिनभर ओपीडी को नहीं चलने दिया. एक भी मरीज का इलाज डॉक्टर नहीं कर पाये. मरीज को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा. इन्होंने कहा कि हमारी पांच सूत्री मांगें हैं. अगर, सरकार पूरी नहीं करती है, तो यह एक दिवसीय हड़ताल अनिश्चितकालीन हड़ताल व प्रदर्शन में तब्दील हो जायेगी. हमारी मांगों में सरकार मानदेय लागू करे, आशा के लिए अस्पताल में अपना भवन होना चाहिए. हम सभी को सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त होना चाहिए. आशा को नियमित काम का नियमित वेतन मिलना चाहिए. रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ाकर 65 वर्ष किया जाये और पेंशन लागू की जाये शामिल हैं. उन्होंने कहा कि तिलौथू प्रखंड में कुल 108 आशा हैं. सभी ने पीएचसी के मुख्य गेट पर ताला जड़ जोरदार नारे लगाये. मौके पर सचिव उर्मिला देवी, कोषाध्यक्ष पुनिता कुंवर, उपाध्यक्ष अनीता सिंह आदि शामिल रहींडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
