झूठी निकली छेड़खानी की शिकायत, रातभर हलकान रही डुमरांव पुलिस
मंगलवार की पूरी रात डुमरांव पुलिस के लिए भागदौड़ और मानसिक तनाव भरी रही.
डुमरांव. मंगलवार की पूरी रात डुमरांव पुलिस के लिए भागदौड़ और मानसिक तनाव भरी रही. एक महिला द्वारा तीन युवकों पर छेड़खानी का फर्जी आरोप लगाये जाने के बाद पुलिस प्रशासन रात भर परेशान रहा. कड़ाके की ठंड में थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा खुद टीम के साथ तफ्तीश में जुटे रहे, लेकिन अंत में पूरा मामला बेबुनियाद और झूठा निकला.
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की देर शाम एक महिला अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची और तीन लोगों पर छेड़खानी का गंभीर आरोप लगाया. महिला के परिजन आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर भारी दबाव बना रहे थे. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए थानाध्यक्ष ने तत्परता दिखायी, लेकिन महिला के बयानों में लगातार हो रहे विरोधाभास ने पुलिस के मन में संदेह पैदा कर दिया.रात दो बजे तक चली तफ्तीश, बक्सर तक दौड़ायी गयी पुलिस
थानाध्यक्ष खुद महिला पुलिस अधिकारियों के साथ पीड़िता को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन वहां का दृश्य और महिला की कहानी मेल नहीं खा रही थी. इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे बक्सर महिला थाना ले जाया गया. कड़ाके की ठंड में पुलिस रात दो बजे तक तथ्यों की तलाश में खाक छानती रही. जब महिला पुलिस ने मनोवैज्ञानिक तरीके से कड़ाई से पूछताछ की, तो महिला टूट गयी और सच्चाई स्वीकार कर ली. पूछताछ में यह बात सामने आयी कि महिला किसी काम से घर से बाहर गयी थी. घर वापस लौटने में काफी देर हो गई, तो परिवार वालों की डांट और पूछताछ से बचने के लिए उसने छेड़खानी की मनगढ़ंत कहानी रच दी. यह सुनकर उसके परिजन आवेश में आ गए और उसे लेकर थाने पहुंच गये. थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि महिला द्वारा लगाये गये सभी आरोप पूरी तरह फर्जी पाये गये. पूरी रात पुलिस टीम को परेशान करने और झूठा आरोप लगाने के कारण महिला को कड़ी फटकार लगायी गयी. महिला की स्थिति और पारिवारिक हालात को देखते हुए उसे दोबारा ऐसी गलती न करने की सख्त चेतावनी देकर छोड़ दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
