दारोगा राय से थाना चौक तक चला अतिक्रमण हटाओ अभियान, 50 से अधिक दुकानों पर कार्रवाई
कई बार के आदेश के बावजूद आम राहगीरों के लिए बने फुटपाथ पर दुकानदार अपना कब्जा नहीं हटा रहे थे.
छपरा. कई बार के आदेश के बावजूद आम राहगीरों के लिए बने फुटपाथ पर दुकानदार अपना कब्जा नहीं हटा रहे थे. कभी गुमटी रखकर तो कभी दुकान लगाकर फुटपाथ को कब्जे में रखे रहते थे. द्वितीय चरण के अतिक्रमण हटाओ अभियान का टारगेट दरोगा राय चौक से थाना चौक तक का दोनों तरफ का फुटपाथ था, जिसे खाली कराया गया. करीब 50 से अधिक फुटपाथ और अवैध रूप से दुकान लगाएं दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की गयी. उपनगर आयुक्त अरशद इमाम खुद इस अभियान का नेतृत्व कर रहे थे. हालांकि लोगों में नाराजगी इस बात को लेकर है कि अभी तक वेंडिंग जोन नहीं बन पाया है जबकि जमीन उपलब्ध हो गया है.
अधिकतर फोटो स्टेट संचालक की थी दुकान
दारोगा राय चौक से नगर थाना चौक तक दोनों तरफ के फुटपाथ पर अधिकतर फोटो स्टेट संचालक, चाय दुकान, गाड़ी मैकेनिक, सैलून और अन्य रेहड़ी, और फुटपाथ की दुकानदार दुकानदार कब्जा कर चुके थे. इन दुकानों के सामने काफी संख्या में बाइक्स भी लगी रहती थी जिसके वजह से जाम की समस्या उत्पन्न होती थी या जिला प्रशासन और नगर प्रशासन के लिए चुनौती भरा कार्य था. इन सभी के हटने के साथ ही यह मार्ग सुगम में हो गया है.प्रतिदिन अभियान का दिख रहा असर
लगातार चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान का असर दिख रहा है. अब खुद दुकानदार अपनी स्थायी दुकानदारी के चक्कर में लग गये हैं. रोज-रोज हटाओ बढ़ाओ की स्थिति से उबरना चाहते हैं क्योंकि प्रशासन भी किसी भी हालत में अतिक्रमण को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. शायद यही कारण है कि अभी तक जहां-जहां तीन बार से अधिक अभियान चल चुका है वहां-वहां दुकान नहीं लग रही हैं. हालांकि साहिबगंज रोड और छपरा जेल मुख्य गेट के पास कुछ दुकानदारों के द्वारा नियम कानून की अवहेलना की जा रही है जिस पर कभी भी कार्रवाई हो सकती है.क्या बोले आम नागरिक
अभियान हमेशा चलते रहना चाहिए. इसका फायदा दिख रहा है. सड़के चौड़ी दिखने लगी हैं. आवागमन सुलभ हो गया है. राकेश कुमार श्रीवास्तव, दस्तावेज नवीसअभियान को रुकना नहीं चाहिए. अभियान चलने से फुटपाथ खाली दिखने लगे हैं एक्सीडेंट की घटनाएं कम हो रही हैं. आवागमन सुलभ है.
प्रीति मिश्रा, दहियावां मिशनरोडकम से कम अधिकारियों को प्रतिदिन खुद सड़क पर पैदल चलना चाहिए और देखना चाहिए कि कहां कानून रूप से अवैध निर्माण किया जा रहा है और फिर तोड़ना चाहिए.
जितेंद्र राय, दहियावांहम गरीबों की परेशानी प्रशासन नहीं समझ रही है. कम से कम वेंडिंग जोन बन कर दे दिया जाता तो हम लोग वहीं पर स्थित हो जाते.
सूबेदार चौधरी, फुटपाथ दुकानदारडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
