छपरा में 70 साल के बुजुर्ग की निकली बारात, नाचते गाते शादी के 42 साल बाद दुल्हन को लेने पहुंचा दूल्हा

छपरा में एक अनोखी बारात निकली जिसे देखने के लिए लोगों की भाड़ी भीड़ लग गई. यहां 70 का दूल्हा शादी के 42 साल बाद अपनी दुल्हन को लेने पहुंचा. लोगों ने दूल्हे के साथ यहां खूब सेल्फी भी ली.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2022 5:47 PM

बिहार के छपरा में गुरुवार को एक अनोखी बारात निकली जिसे देखने के लिए लोगों की भाड़ी भीड़ लग गई. दरअसल यहां 70 साल एक बुजुर्ग की बारात निकली जिसमे उसकी एक बेटे और सात बेटियों के साथ साथ पूरा गांव बाराती बना था. यहां गांव का हर इंसान जश्न में डूबा था, कोई DJ तो कोई बैंड बाजे के धुन पर नाच रहा था. इस शादी से बुजुर्ग दंपति बहुत ही खुश लग रहे थे.

42 साल पहले हुई थी शादी 

बता दें की एकमा के आमदाढ़ी निवासी राजकुमार सिंह की 42 साल पहले शारदा देवी के साथ शादी हुई थी. लेकिन उस वक्त पत्नी का गवना दोंगा नहीं हुआ था. गौना वह रस्म है जिसमें पत्नी का मायके से अपने पति के घर दूसरी बार जाना होता है. इस रस्म को राजकुमार सिंह के लिए उनके बच्चों ने इस कदर यादगार बना दिया जिसे वो खुद तो क्या अब कोई भी नहीं भूल पाएगा.

सेल्फी लेने की लगी थी होड़ 

हालांकि वह मनमुटाव के कारण शादी के बाद ससुराल नहीं गये थे लेकिन फिर 42 साल बाद हृदय परिवर्तन हुआ तो दोंगा गवना की रस्म पूरे गाजे-बाजे, हाथी-घोड़ा और गाड़ियों के काफिले के साथ अपने ससुराल पहुंचे. चमकती मूंछों को बार-बार ऐंठते हुए और रथ पर सवार दूल्हे के साथ लोग लगातार सेल्फी ले रहे थे बाजार में इस कारण से जाम की परिस्थिति ना उत्पन्न हो जाए इसलिए एकमा पुलिस भी मौके पर मुस्तैद रही.

घोड़े वाली बग्गी पर बैठाकर पहुंचे ससुराल 

वहीं बुजुर्ग दंपति के बच्चों ने गवना दोंगा की रस्म के लिए मां को 15 अप्रैल 2022 को मायके भेज दिया था. इसके बाद पिताजी को घोड़े वाली बग्गी पर बैठाकर उनके ससुराल ले गए. जहां बारात जैसे माहौल में कई लोग शामिल हुए. इस उम्र में दूल्हा-दुल्हन बने राजकुमार सिंह और शारदा देवी की खुशी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी.

Also Read: महात्मा गांधी सेतु का पूर्वी लेन बनकर तैयार, सात जून को नितिन गडकरी और सीएम नीतीश कुमार करेंगे लोकार्पण
70 साल की उम्र में बने दूल्हा 

बता दें की 70 साल की उम्र में दूल्हा बने राजकुमार सिंह मशहूर सेवन सिस्टर्स के पिता हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि महिला सशक्तिकरण की प्रतीक सातों बहन पुलिस एवं सेना में जवान है. राजकुमार ने अपनी बेटियों को बिहार पुलिस और सेना में नौकरी दिलाने के लिए काफी संघर्ष किया है. वहीं अपने इकलौते बेटे को इंजीनियर बनाया है. बच्चों की जिद की वजह से बुजुर्ग की 70 साल में शादी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.

Next Article

Exit mobile version