Samastipur News:रील्स व मीम्स से बनाया जा रहा चुनावी माहौल
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही युवा मतदाताओं को साधने में सभी राजनीतिक दल जुट गये हैं.
Samastipur News:प्रकाश कुमार, समस्तीपुर : बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही युवा मतदाताओं को साधने में सभी राजनीतिक दल जुट गये हैं. युवाओं को साधने के लिए डिजिटल प्रचार में सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. 133- समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न दलों के प्रत्याशियों की पीआर टीम इंटरनेट मीडिया के जरिए युवा मतदाताओं तक पहुंच बनाने और उनका मिजाज भांपने में जुट गई है. 2020 के मुकाबले इस बार इंटरनेट मीडिया पर प्रचार का स्वरूप बिल्कुल बदल चुका है. बीते दो सालों में युवाओं के साथ-साथ हर वर्ग के लोगों के बीच इंस्टाग्राम, एक्स और फेसबुक की पहुंच बढ़ी है, इसलिए अब चुनाव की दिशा इन्हीं प्लेटफार्म से तय होगी. युवाओं को लुभाने की रणनीति में सबसे बड़ा फोकस 15 से 20 सेकंड की रील, ट्रेंडिंग मीम्स, वायरल हैशटैग और डिजिटल विज्ञापन पर है. पीआर टीम की मदद से तय हो रहा है कि विधानसभा क्षेत्र में कौन-सा संदेश भेजना है, किस समय कौन-से पोस्ट और वीडियो अपलोड किए जाएं और युवाओं की रुचि के अनुसार कौन-से ट्रेंड अपनाए जाएं. किसानों की समस्या और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों पर भी होता है. एक प्रत्याशी ने बताया कि 2020 में इंस्टाग्राम पर रिल्स का चलन कम था, लेकिन दो सालों में इसका चलन अधिक हो गया है. अब हर डेढ़ माह में ट्रेंड बदल जाता है. युवा जल्दी आकर्षित होते हैं और उसी के अनुसार रणनीति बनानी पड़ती है. शिक्षा, बेरोजगारी, स्टार्टअप, खेल, मानसिक स्वास्थ्य, डिजिटल स्किल डेवलपमेंट, परीक्षा तैयारी और रोजगार जैसे मुद्दों पर विशेष फोकस किया जा रहा है. युवा वर्ग अब सिर्फ नारे नहीं देखता, वह समाधान चाहता है. चुनाव प्रचार से जुड़े लोग कहते हैं, इस बार युवाओं की सक्रियता इतनी बढ़ गई है कि चुनावी माहौल इंटरनेट मीडिया पर पलभर में बदल सकता है. पिछले चुनाव में फेसबुक पोस्ट और टेली कालिंग का सहारा लिया गया था, लेकिन अब रील और मीम से ही माहौल बनाया जा रहा है. डिजिटल प्लेटफार्म पर हम युवाओं की समस्याओं को लेकर छोटे-छोटे वीडियो, इन्फोग्राफिक, और लाइव सेशन कर रहे हैं. शिक्षा और रोजगार पर सुझाव देना, मानसिक स्वास्थ्य पर संवाद करना और खेल प्रतिभाओं को आगे लाने की दिशा में योजनाओं को साझा करना युवाओं को सीधे कनेक्ट कर रहा है. इंटरनेट मीडिया पर डिजिटल प्रचार पर लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. युवाओं का विश्वास जीतने के लिए डिजिटल प्रचार जरूरी है. सही समय पर सही संदेश देने से युवाओं का मन जीता जा सकता है. यही इस चुनाव की सबसे बड़ी कुंजी है. विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला तय करने में युवा वोटरों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. चुनावी मैदान में किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशी भी इसे समझ रहे हैं. इसलिए युवा वोटरों को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
62.6 फीसदी डाले गये थे मत
133- समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र राज्य के मुख्यमंत्री रहे समाजवादी नेता स्व. कर्पूरी ठाकुर की धरती है. इस विधान सभा क्षेत्र के कुल 274074 वोटरों के लिए 322 मतदान केंद्र बनाये गये हैं. वहीं 12 प्रत्याशी इस चुनावी जंग में एक दूसरों को शिकस्त देने की रणनीति बना चुनावी प्रचार में जुटे हैं. हालांकि पिछले विधान सभा में लाख कोशिश करने के बावजूद 62.6 फीसदी ही मत डाले गये थे. करीब 73 फीसदी मतदाता ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं. 133- समस्तीपुर में हमेशा से मुकाबला कड़ा होता है. चुनाव परिणाम कई कारकों पर निर्भर करते हैं. समस्तीपुर विधानसभा एक ऐसा सियासी अखाड़ा है, जहां हर चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिलती है.
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