जामताड़ा की तरह साइबर फ्रॉड कर रहे जमुनियां गांव के युवा, लोगों को लगा रहे करोड़ों का चूना

सहरसा पुलिस साइबर फ्रॉड करने वाले तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये सभी एक खेल एप के जरिए लोगों को लाखों का चूना लगाते थे.

By Anand Shekhar | March 18, 2024 6:46 AM

सहरसा जिले में एक ऐसा गांव भी सामने आया है जहां साइबर फ्रॉड में जामताड़ा को भी पीछे छोड़ा जा सकता है. ऐसे ही तीन युवकों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. जिले के ये युवा साइबर अपराधी आसानी से ऑनलाइन ठगी को अंजाम दे रहे हैं. जिसमें जिले के साइबर अपराधी छत्तीसगढ़ से संचालित महादेव बुक खेल ऐप के जरिए लोगों को चूना लगा रहे हैं. वे ऑनलाइन आईडी और खाते खोलते हैं और व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से गेम खेलने के नाम पर धोखाधड़ी करके उनके पैसे हड़प लेते हैं.

साइबर फ्रॉड के पास पुलिस बरामद किए ये सामान

पकड़े गए तीनों अपराधी के पास से पुलिस को चार मोबाइल, दो एटीएम कार्ड, तीन पासबुक, 5 सिम, एक वाई-फाई राउटर व तीन चार चक्का वाहन बरामद किया है. जिसकी जानकारी रविवार को साइबर डीएसपी अजीत कुमार ने दी.

अजीत कुमार ने कहा कि इस संबंध में पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार शनिवार की संध्या सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया. उसी क्रम में कुछ युवक मौरा चौक की तरफ से तीन चार चक्का वाहन से काशनगर की ओर जाने की सूचना पुलिस को मिली. सूचना के दौरान यह भी जानकारी मिली कि यह सभी संदिग्ध है, जो सभी साइबर अपराधी मालूम हो रहा है.

सूचना के सत्यापन के लिए कोपा चौक के पास वाहन चेकिंग लगाया गया. मौरा चौक की तरफ से आ रहे तीन चार चक्का वाहन जिसे रुकने के लिए इशारा करने पर यह लोग भागने का प्रयास करने लगे. जिसे कड़ी मशक्कत से पुलिस के सहयोग से रोका गया व उक्त पकड़े गये तीनों व्यक्ति की तलाशी लेने पर उनके पास से उक्त सभी सामान बरामद किया गया.

ऑनलाइन गेमिंग लिंक बनाकर करते हैं साइबर फ्रॉड

साइबर डीएसपी ने बताया कि मोबाइल जांच करने पर पता चला इनके द्वारा ऑनलाइन गेमिंग लिंक बनाकर लोगों से ऑनलाइन फ्रॉड किया जाता है. उन्होंने बताया कि पकड़े गये अपराधियों से पांच सिम प्राप्त किये गये हैं. जो इनमें से किसी के नाम से भी रजिस्टर्ड नहीं है.

वहीं पूछताछ करने पर उन लोगों ने बताया कि गेम के माध्यम से लोगों को लालच देकर अधिक पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया जाता है व कई बैंकों में कई लोगों के नाम से खाता खोलकर उस अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है. फिर उस अकाउंट से पैसे की निकासी की जाती है. पकड़ाये युवक के मोबाइल से जब उसका ट्रांजेक्शन देखा गया तो उसके द्वारा एक दिन में लगभग तीन लाख रुपया का  ट्रांजेक्शन दिखा. इस प्रकार इन लोगों द्वारा अब तक करोड़ों रुपए की हेरा फेरी कर लोगों को चूना लगाया गया है.

इन लोगों को किया गया गिरफ्तार

अजीत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी रविराज कुमार उर्फ दिलखुश मेहता, पिता कुंवर मेहता साकिन जमुनिया थाना बसनही जिला सहरसा के निवासी बताये जाते हैं. वहीं इसी गांव के निवासी मानिकचंद कुमार पिता उपेंद्र महतो एवं पंकज कुमार पिता अमर महतो को गिरफ्तार किया गया है.

साइबर डीएसपी ने बताया कि रविराज कुमार उर्फ दिलखुश मेहता पूर्व से अपराध में संलिप्त पाया गया है. वहीं उसका पुराना आपराधिक इतिहास भी है. इस संबंध में पूर्व में भी बसनहीं थाना में साइबर फ्रॉड से संबंधित एक मामला दर्ज है. उन्होंने बताया कि इस टीम में साइबर उपाधीक्षक अजीत कुमार, काशनगर थाना अध्यक्ष चंद्रजीत प्रभाकर, पुअनि गुंजन कुमार सहित काशनगर थाना के सशस्त्र बल के जवान मौजूद थे. 

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