मंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी की संदिग्ध मौत

मंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी की संदिग्ध मौत

By Dipankar Shriwastaw | December 28, 2025 6:24 PM

परिजनों ने जताई हत्या की आशंका सहरसा. मंडल कारा में बंद एक विचाराधीन कैदी की रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी. मृतक की पहचान बिहरा थाना क्षेत्र के बारा लालगंज निवासी स्व जोखन साह के पुत्र 25 वर्षीय सुनील साह के रूप में हुई है. सुनील साह पोक्सो एक्ट के तहत कांड संख्या 46/24 दर्ज दुष्कर्म के एक मामले में 11 मार्च 2024 से जेल में बंद था और लगभग 22 माह से न्यायिक हिरासत में था. रविवार को जेल प्रशासन को उसके द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना मिली. जिसके बाद जेल प्रशासन सहित कैदियों में हड़कंप मच गया. वहीं सूचना मिलते ही जेल प्रशासन ने आनन-फानन में सुनील साह को मृत अवस्था में सदर अस्पताल पहुंचाया. इस दौरान मंडल कारा के पुलिस बल भी अस्पताल में मौजूद रहे. घटना की जानकारी मिलते ही सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार फॉरेंसिक टीम और पुलिस बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे. फॉरेंसिक टीम ने शव का गहन निरीक्षण किया. जांच के दौरान मृतक के गले पर गहरा कटा हुआ निशान पाया गया. जिससे मामले को लेकर कई सवाल खड़े हो गये हैं. बताया जा रहा है कि इससे पहले भी मंडल कारा में बंद एक अन्य कैदी द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आ चुका है. ऐसे में एक बार फिर जेल की सुरक्षा व्यवस्था और कैदियों की निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं. जेल परिसर में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी संदेह पैदा कर दिया है. साथ ही सदर अस्पताल पहुंचे परिजन का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ था. वहीं मृतक की बूढ़ी मां लोगों से चीत्कार मारते अपने बेटे को देखने की लालसा लगा रही थी. लेकिन मां को उसके बेटे के गले पर बने गहरे कटे का निशान और उसके मृत शरीर को दिखाने की हिम्मत किसी ने नहीं दिखाई. मां के चीत्कार के बीच आखिरकार छोटे बेटे ने उसे किसी तरह वहां से लेकर उसे घर पहुंचा दिया. परिजन ने हत्या का लगाया आरोप वहीं मृतक के छोटे भाई पिंटू साह ने जेल प्रशासन और पुलिस के दावों को सिरे से खारिज करते हुए इसे आत्महत्या मानने से इंकार किया है. पिंटू साह ने बताया कि रविवार की दोपहर उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया. जिसमें कहा गया कि आपके भाई की स्थिति गंभीर है, जल्दी सदर अस्पताल आइए. सूचना मिलने पर वह अपनी मां के साथ तुरंत सदर अस्पताल पहुंचे. जहां उन्हें भाई की मौत की जानकारी दी गयी. परिजनों का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि बेरहमी से गला काटकर की गयी हत्या है. वहीं पिंटू साह ने बताया कि उनकी मां तीन दिन पहले ही जेल में सुनील से मुलाकात कर उसे कपड़े और अन्य जरूरी सामान देकर आयी थी. उस समय वह पूरी तरह ठीक था और किसी तरह की परेशानी की बात नहीं कही थी. ऐसे में अचानक आत्महत्या की बात पर विश्वास करना मुश्किल है. मृतक के भाई का यह भी आरोप है कि सुनील को रेप केस में झूठा फंसाया गया था और वह उसी मामले में जेल में बंद था. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गयी है. फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा होने की उम्मीद जतायी जा रही है. पुलिस का कहना है कि हर पहलू से मामले की जांच की जा रही है और किसी भी सच्चाई को छिपाया नहीं जायेगा. इधर परिजनों ने निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

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