धान कटने के बाद सही भंडारण से मिल सकता है बेहतर दामः डॉ. सुनीता पासवान
धान कटने के बाद सही भंडारण से मिल सकता है बेहतर दामः डॉ. सुनीता पासवान
धान को भंडारण से पहले अच्छी तरह सुखाना अत्यंत आवश्यक वर्तमान समय में एयर टाइट बैग का उपयोग कर धान को लंबे समय तक रख सकते हैं सुरक्षित सहरसा. धान की कटाई के बाद किसान वैज्ञानिक तरीके से भंडारण करें तो उन्हें बाजार में अपनी उपज का उचित व बेहतर मूल्य मिल सकता है. यह जानकारी कृषि विज्ञान केंद्र अगवानपुर की वैज्ञानिक डॉ सुनीता पासवान ने दी. उन्होंने कहा कि कटाई के बाद धान में अधिक नमी होने पर भंडारण के दौरान फफूंदी, कीट प्रकोप से दानों की गुणवत्ता में गिरावट आ जाती है. जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है. इसलिए धान को भंडारण से पहले अच्छी तरह सुखाना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने कहा कि धान की नमी 12 से 14 प्रतिशत तक होने पर भंडारण सुरक्षित माना जाता है. उन्होंने कहा कि भंडारण स्थल उंचा, सूखा व साफ-सुथरा होना चाहिए. बोरियों को सीधे जमीन पर रखने के बजाय लकड़ी के तख्ते या प्लेटफॉर्म पर रखें. जिससे नमी का प्रभाव नहीं पड़े भंडारण कक्ष में नियमित रूप से सफाई एवं कीट नियंत्रण आवश्यक है. डॉ पासवान ने यह भी बताया कि वर्तमान समय में एयर टाइट बैग का उपयोग कर किसान धान को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं. इससे कीटों का प्रकोप कम होता है एवं धान की गुणवत्ता बनी रहती है. उन्होंने किसानों से अपील किया कि वे मजबूरी में कटाई के तुरंत बाद फसल नहीं बेचें. बल्कि सही भंडारण अपनाकर अच्छे बाजार भाव का इंतजार करें. इससे किसानों की आय में वृद्धि संभव है. अंत में उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसानों को भंडारण एवं पोस्ट-हार्वेस्ट प्रबंधन से संबंधित नियमित प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. जिसका लाभ किसान अवश्य उठायें.
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