अब जंक्शन पर रिल्स बनाना युवाओं को पड़ेगा महंगा

अब जंक्शन पर रिल्स बनाना युवाओं को पड़ेगा महंगा

By Dipankar Shriwastaw | December 22, 2025 6:08 PM

जुर्माना या हो सकती है जेल, नये साल के उपलक्ष्य में अधिकांश युवा रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर बनाते हैं रिल्स देखरेख के लिए आरपीएफ की टास्क टीम तैयार, वर्ष 2025 में 10 मामले हुए थे दर्ज प्रभात खबर खास सहरसा. नये साल के उपलक्ष्य में अब युवाओं को रेलवे जंक्शन और ट्रेनों में रिल्स बनाना महंगा पड़ सकता है. अगर कोई भी शख्स रेल परिसर में या ट्रेनों में रिल्स बनाते हुए पकड़े गये तो जुर्माना या जेल हो सकती है या फिर दोनों ही सजा का प्रावधान होगा. यहां बता दें कि नये साल के उपलक्ष्य में अधिकांश युवा जंक्शन पर रिल्स बनाते हैं, जो यात्री सुरक्षा को लेकर रेलवे नियम के विरुद्ध है. इसे रोकने के लिए आरपीएफ की एक टास्क फोर्स भी तैयार की गयी है. वहींं सीसीटीवी कैमरे से भी मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके अलावा आपराधिक गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है. टास्क फोर्स हुई गठित नये साल के मद्देनजर यात्री सामानों की चोरी, जहर खुरानी, एसीपी, अनधिकृत प्रवेश व रिल्स बनाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए एक टास्क टीम गठित की गयी है. इसमें पोस्ट कमांडर सहरसा धनंजय कुमार यादव के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक सुनील कुमार, प्रधान आरक्षी राजेंद्र प्रसाद एवं आरक्षी निखिल कुमार इस दल में शामिल हैं. जिनके द्वारा सादे लिबास में इन सारी गतिविधियों पर ट्रेन एवं रेल परिसर में नजर रखी जा रही है. इसके अलावा रिल्स बनाने वाले युवाओं पर भी नजर रखी जा रही है. 2025 में हुए 10 मामले दर्ज इसके अलावा टास्क फोर्स गठित टीम रिल्स बनाने वाले हर शख्स पर नजर रखेगी. आरपीएफ के मुताबिक नये साल को लेकर अधिकांश युवा रिल्स बनाने जंक्शन पर आ सकते हैं. आरपीएफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2025 में रिल्स बनाने वालों के विरुद्ध करीब 10 मामले दर्ज किए गये हैं. जिसमें दो किशोर को विधि निरुद्ध करते हुए बाल सुधार गृह भी भेजा गया था. मालूम हो कि रेलवे एक्ट 147 सेक्शन के तहत इस मामले में सजा का प्रावधान है. जिसमें 2 साल की सजा या जुर्माना हो सकती है. भविष्य में इस तरह की दुबारा घटना नहीं करने पर समझौता का भी प्रावधान है. लेकिन उस व्यक्ति का कोई आपराधिक चरित्र नहीं हो. नये साल में आपराधिक गतिविधियों को लेकर सभी पोस्ट को गाइड लाइन जारी की गयी है. निर्देश दिया गया है कि 24 घंटे आपराधिक गतिविधि या आसामाजिक तत्वों पर नजर रखी जाये.आशीष कुमार, आरपीएफ कमांडेंट, समस्तीपुर रेल मंडल रिशेड्यूल होकर चलेगी सहरसा-अहमदाबाद और वैशाली एक्सप्रेस सहरसा. हाजीपुर स्टेशन में गार्डर लॉन्चिंग कार्य के कारण 22 और 24 दिसंबर को इस रूट की काफी ट्रेन का परिचालन प्रभावित रहेगा. 22 दिसंबर को रवाना होने वाली 13211 जोगबनी-दानापुर एक्सप्रेस जोगबनी से 140 मिनट रिशेड्यूल होकर खुलेगी. 13211 जोगबनी-दानापुर जोगबनी से 90 मिनट, 15566 वैशाली एक्सप्रेस 100 मिनट रिशेड्यूल रहेगी. वहीं 19483 अहमदाबाद-सहरसा अवध एक्सप्रेस 75 मिनट रिशेड्यूल की गयी है.

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