कैदी का शव पहुंचते ही परिवार में मचा कोहराम
कैदी का शव पहुंचते ही परिवार में मचा कोहराम
आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम , हत्या का लगाया जा रहा है आरोप सत्तरकटैया. बिहरा थाना क्षेत्र के बारा लालगंज निवासी जोखन साह के पुत्र सुनील साह विगत 22 माह से मंडल कारा सहरसा में कैद था. उसकी मृत्यु संदेहास्पद स्थिति में जेल में ही हो गयी. सोमवार को मृतक कैदी सुनील साह का शव घर पहुंचा. शव पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया. माता, पिता, भाई, बहन सहित परिवार के अन्य सदस्यों में चीख पुकार मच गयी. वहीं इस घटना से आक्रोशित लोगों ने रहुआ तुलसियाही चौक के पास सहरसा-सुपौल मुख्यमार्ग को जाम कर दिया. प्रदर्शनकारी व मृतक के परिजन इस घटना को हत्या बता रहे हैं. वहीं जेल प्रशासन आत्महत्या बता रहे हैं. मृतक सुनील साह बिहरा थाना में दर्ज पोक्सो एक्ट में 11 मार्च 2024 से न्यायिक हिरासत में मंडल कारा सहरसा में बंद था. गत रविवार को उसके परिजन को सुनील साह के मौत की सूचना मिली और वे सदर अस्पताल पहुंचे. छोटे भाई पिंटू साह ने बताया कि उसका भाई आत्महत्या नहीं कर सकता है. उसकी हत्या हुई है. जिसका जख्म उसके गर्दन पर भी दिखाई दे रहा है. मृतक के परिजन व प्रदर्शनकारी सभी निष्पक्ष जांच कराने की मांग कर रहे हैं. इधर सड़क जाम की सूचना मिलते ही यातायात डीएसपी ओमप्रकाश कुमार, इंस्पेक्टर निवास कुमार, बीडीओ रोहित कुमार साह, सीओ शिखा सिंह, बिहरा थानाध्यक्ष शशि कुमार राणा व सदर पुलिस जाम स्थल पर पहुंची. बीडीओ, सीओ व पुलिस पदाधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से जाम हटाने का आग्रह किया. लेकिन प्रदर्शनकारी जिद पर अड़े रहे. सड़क जाम होने से दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी लाइन लग गयी. राहगीर काफ़ी परेशान नजर आ रहे थे. समाचार प्रेषण तक जाम लगा हुआ था और प्रशासन जाम हटवाने के प्रयास में जुटी हुई थी. देर शाम तक वहां नवहट्टा थाना, महिषी थाना, बनगांव थाना से पुलिस बल पहुंच गये. इधर परिजन शव को सड़क पर रखकर एवं टायर जलाकर प्रदर्शन करते रहे. उनलोगों ने डीएम व जेल अधीक्षक के आने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही.
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