बिहार : सहरसा में चिकित्सक के उठक-बैठक का वीडियो वायरल, आइएमए ने भी की निंदा

सहरसा : केंद्र सरकार द्वारा बिहार में प्रस्तावित एम्स का निर्माण सहरसा में हो,इसको लेकर कई दिनों से अनशन कर रहे पीपुल्स पावर के पूर्व बीडीओ गौतम कृष्ण व अन्य की स्वास्थ्य जांच के लिए शनिवार की रात अनशन स्थल गये सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ अखिलेश प्रसाद को कान पकड़ उठक बैठक कर वापस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 6, 2019 6:17 PM

सहरसा : केंद्र सरकार द्वारा बिहार में प्रस्तावित एम्स का निर्माण सहरसा में हो,इसको लेकर कई दिनों से अनशन कर रहे पीपुल्स पावर के पूर्व बीडीओ गौतम कृष्ण व अन्य की स्वास्थ्य जांच के लिए शनिवार की रात अनशन स्थल गये सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ अखिलेश प्रसाद को कान पकड़ उठक बैठक कर वापस आना पड़ा. चिकित्सक के उठक बैठक का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिस पर कई तरह नकारात्मक व सकारात्मक टिप्पणी भी की जा रही है.

अनशनकारियों के अनुसार, चिकित्सक ने कहा कि एम्स सपना है. यहां नहीं हो पायेगा एम्स की स्थापना और स्वास्थ्य जांच के लिए जूता पहन कर वह अनशनकारी के पास आ गये. जिसके बाद अनशनकारी उग्र हो गये. घटना के बाद रविवार को भाषा से जुड़े चिकित्सकों की बैठक सदर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ शैलेंद्र कुमार गुप्ता की मौजूदगी में हुई. घटना पर रोष जाहिर कर चिकित्सकों ने अस्पताल प्रशासन की तरफ से दोषियों पर मामला दर्ज कराने की बात कही.

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार अस्पताल प्रशासन को सूचना मिली कि अनशनकारी की हालत खराब हो रही है. जिसके बाद सदर अस्पताल से अनशनकारी को लाने के लिए एंबुलेंस भेजा गया. लेकिन, अनशनकारियों ने अस्पताल जाने से इन्कार कर दिया तो चिकित्सक डॉ अखिलेश प्रसाद को एक कर्मी के साथ अनशन स्थल पर भेजा गया. अनशनकारियों के अनुसार डॉक्टर ने आते ही कहा कि एम्स बड़ा प्रोजेक्ट है. जिसकी घोषणा हो चुकी है जो दरभंगा में बनेगा तो फिर इस अनशन का क्या औचित्य है.

इतना सुनते ही अनशनकारी व उसके समर्थक उग्र हो गये और डॉक्टर की बयान पर हंगामा मचाने लगे. जिसके बाद कुछ लोगों ने डॉक्टर को अपने बयान के लिए माफी मांगने को कहा. वायरल वीडियो के अनुसार माफी मांगने के बाद कुछ लोगों ने उन्हें कान पकड़ कर उठक बैठक करने को कहा. चिकित्सक ने उठक बैठक भी की. उसके बाद अनशनकारियों व उसके समर्थकों ने उन्हें जूता पहन कर आने पर भी जमकर बवाल मचाया. आक्रोशित लोगों ने कहा कि डॉक्टर अपने चैंबर जाने से पूर्व जूता व चप्पल उतार कर आने देते हैं. डॉक्टर किसी तरह वहां से निकले.

अनशनकारी ने की जांच की मांग
चिकित्सक के बयान पर पूर्व बीडीओ गौतम कृष्ण व उनके समर्थकों ने डॉक्टर को साजिश के तहत बयान देने व उन्हें फर्जी बता उनके क्लीनिक की जांच करने की मांग सरकार से करते कहा कि यह लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए किसी के दबाव में आकर एम्स निर्माण नहीं होने देना चाहते हैं.

कार्रवाई नहीं होने पर आज से हड़ताल पर जा सकते हैं डॉक्टर
एम्स निर्माण की मांग को लेकर अनशन कर रहे अनशनकारी पूर्व बीडीओ गौतम कृष्ण व उनके समर्थकों के द्वारा सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ अखिलेश प्रसाद के साथ अभद्र व्यवहार को लेकर भाषा से जुड़े चिकित्सकों की बैठक सदर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ शैलेंद्र कुमार गुप्ता की मौजूदगी में आयोजित की गयी. बैठक में चिकित्सक के साथ हुई घटना पर रोष व्यक्त करते डॉक्टर ने कहा कि उनलोगों को वरीय अधिकारी व प्रशासन दबाव देकर अस्पताल से बाहर स्वास्थ्य जांच के लिए भेज देते हैं. चिकित्सकों ने कहा कि यदि उनलोगों की इज्जत ही नहीं रहेगी तो फिर सेवा करने से क्या फायदा है. बैठक में प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एसपी विश्वास, आइएमए सचिव डॉ शिलेंद्र कुमार, डॉ केके मधुप, डॉ भुवन सिंह, डॉ एसके आजाद, डॉ जयंत आशीष, डॉ ओमप्रकाश कुमार सहित अन्य मौजूद थे.

पूर्व बीडीओ सहित अन्य पर कार्रवाई की मांग

भासा के सदस्य व सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने एक स्वर से अनशनकारी पूर्व बीडीओ गौतम कृष्ण व अन्य पर अस्पताल प्रशासन की तरफ से मामला दर्ज कराने की बात कही. जिसके बाद सदर थानाध्यक्ष के नाम आवेदन तैयार कर प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एसपी विश्वास सहित बैठक में मौजूद चिकित्सकों ने हस्ताक्षर कर व सिविल सर्जन से अग्रसारित करा पूर्व बीडीओ सहित अन्य पर प्राथमिकी दर्ज करने व अविलंब कार्रवाई की मांग की. कार्रवाई नहीं होने पर सोमवार से ओपीडी सेवा व मंगलवार से आपातकालीन सेवा बाधित कर कार्य का बहिष्कार करने की बात कही.

आइएमए ने भी की निंदा

भासा की बैठक के दौरान ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉ शिलेंद्र कुमार पहुंचे और उन्होंने घटना की निंदा करते कहा कि चिकित्सक के लिए आइएमए हमेशा साथ है. उन्होंने कहा कि चिकित्सक समाज सेवा में हमेशा आगे रहते हैं. यदि उनके साथ अपमानजनक व्यवहार होगा तो आइएमए चुप नहीं बैठेगी. सचिव ने भाषा के सदस्यों को आश्वस्त किया कि अविलंब कार्रवाई नहीं हुई तो निजी नर्सिंग होम के चिकित्सक भी हड़ताल में साथ देंगे.

एसडीओ ने ली जानकारी

रविवार को सदर एसडीओ शंभुनाथ झा ने सदर अस्पताल पहुंच सिविल सर्जन व चिकित्सक से मामले की जानकारी ली. उन्होंने चिकित्सकों को प्रशासन का जो भी सहयोग होगा, देने की बात कही. एसडीओ ने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई होगी. एसडीओ ने डॉ प्रसाद को भी बुलाने की बात कही. लेकिन उनका मोबाइल ऑफ रहने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाया.

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