मसौढ़ी : चालू होने से पहले ही लीकेज होने लगी पाइप लाइन

मसौढ़ी : धनरूआ प्रखंड की कोसुत पंचायत के कोसुत गांव के गढ़ पर स्थापित पानी की टंकी शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. टंकी से पानी आपूर्ति की जानेवाली पाइप लाइन में कई जगह लीकेज है. टंकी में लगाया गया मोटर कम क्षमता का है. चार साल बीत जाने के बावजूद ग्रामीणों के घरों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 22, 2019 9:17 AM
मसौढ़ी : धनरूआ प्रखंड की कोसुत पंचायत के कोसुत गांव के गढ़ पर स्थापित पानी की टंकी शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. टंकी से पानी आपूर्ति की जानेवाली पाइप लाइन में कई जगह लीकेज है. टंकी में लगाया गया मोटर कम क्षमता का है.
चार साल बीत जाने के बावजूद ग्रामीणों के घरों तक पानी नहीं पहुंच सका है. इससे ग्रामीणों के बीच आज भी पेयजल की समस्या गंभीर रूप से व्याप्त है. मिली जानकारी के मुताबिक लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा वर्ष 2014-15 में धनरूआ प्रखंड की कोसुत पंचायत के कोसुत गांव के गढ़ पर एक करोड़ 19 लाख की लागत से पानी टंकी का निर्माण कर पंचायत के छह वार्डों 7, 8, 9, 10, 11 व 12 की मुख्य सड़कों तक पानी की आपूर्ति करनी थी.
वार्ड नंबर 10 के सदस्य सह उपमुखिया अखिलेश कुमार, ग्रामीण गुप्तेश्वर सिंह, दिनेश सिंह, नरेश साव व बलिराम ठाकुर समेत अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि टंकी से पानी आपूर्ति करने वाली पाइप लाइन में कई जगह लीकेज है. जो मोटर लगाया गया है वह प्राक्कलन के विपरीत कम हाॅर्स पावर का है. वार्ड नंबर आठ की मुख्य सड़कों तक पाइप नहीं बिछाया जा सका है. चार साल बीत जाने के बावजूद लोगों के घरों तक पानी का कनेक्शन नहीं दिया जा सका है.
इस कारण वे आज भी पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं. इतना ही नहीं, पाइप बिछाने के लिए काटी गयी सड़क की मरम्मत तक नहीं की गयी है. पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता केके नारायण ने बताया कि उन्हें भी ऐसी शिकायत मिली है कि संवेदक ने प्राक्कलन के विपरीत कम क्षमता का मोटर लगाया है. वे इसकी शीघ्र जांच करायेंगें.

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