स्वास्थ्य उप केंद्र पर हर माह 300 मरीजों की होती है चिकित्सकीय जांच

सभी प्रखंडों में समुदाय स्तर पर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) और आयुष्मान आरोग्य मंदिर, स्वास्थ्य उप केंद्र (एचडब्ल्यूसी) बनाए गए हैं.

By ARUN KUMAR | November 17, 2025 7:37 PM

सिविल सर्जन पूर्णिया की अध्यक्षता में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की हुई त्रैमासिक बैठक

पूर्णिया. लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी प्रखंडों में समुदाय स्तर पर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) और आयुष्मान आरोग्य मंदिर, स्वास्थ्य उप केंद्र (एचडब्ल्यूसी) बनाए गए हैं. सभी एपीएचसी और आयुष्मान आरोग्य मंदिर के माध्यम से स्थानीय लोगों को मिलने वाले चिकित्सकीय सहायता का मूल्यांकन करते हुए लोगों को ज्यादा सहायता प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल सर्जन की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक जीएमसीएच पारा मेडिकल भवन पूर्णिया में आयोजित की गयी.

बैठक में सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से सामान्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता प्रदान करते हुए गंभीर मरीजों को चिह्नित करते हुए प्रखंड अस्पताल या जिला अस्पताल भेजना सुनिश्चित करने का आवश्यक दिशा निर्देश दिया. इस दौरान एसीएमओ डॉ आरपी मंडल, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ केएम दास, जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुभाष कुमार सिंह, डीपीएम स्वास्थ्य सोरेंद्र कुमार दास, डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर, डीएमईओ आलोक कुमार, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला, डीठसीक्यूए डॉ अनिल कुमार शर्मा, एनसीडी एफएलसी केशव झा, यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद, पीरामल स्वास्थ्य जिला प्रबंधक चंदन कुमार सिंह, सनथ गुहा, शुभम कुमार, यक्ष्मा विभाग, टीकाकरण विभाग के विभिन्न पदाधिकारियों सहित सभी प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे.

स्वास्थ्य केंद्रों में 193 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध

बैठक को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी प्रखंड में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का संचालन किया जा रहा है. इसमें ज्यादा से ज्यादा मरीजों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने की आवश्यकता है. ओपीडी के माध्यम से अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हर माह कम से कम 1800 लोगों को, जबकि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, स्वास्थ्य उप केंद्र में हर माह कम से कम 300 लोगों को चिकित्सकीय जांच उपलब्ध कराना आवश्यक है. इसके लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्धता जरूरी है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 193 प्रकार की दवाइयां, जबकि सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में 148 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध करायी जाती हैं.

गैर संचारी रोग के संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग आवश्यक

एनसीडीओ जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुभाष कुमार सिंह ने कहा कि ओपीडी में स्क्रीनिंग में माध्यम से समुदाय स्तर पर गैर संचारी रोग से ग्रसित मरीजों की पहचान करते हुए उन्हें बेहतर चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराया जाना आवश्यक है. इससे समुदाय स्तर पर लोगों के मधुमेह, मोतियाबिंद, अल्जाइमर, किडनी, हृदय जैसे अन्य गैर संचारी रोग से ग्रसित होने के जानकारी आसानी से मिल सकती है. इसके बाद संबंधित मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराते हुए संबंधित बीमारियों से सुरक्षित किया जा सकता है.

जनप्रतिनिधियों के साथ हर माह बैठक

जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) सह अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ सुधांशु शेखर ने कहा कि ग्रामीण अस्पताल में माध्यम से मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सहायता की जानकारी लोगों तक उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और आयुष्मान आरोग्य मंदिर, स्वास्थ्य उप केंद्र पर जन आरोग्य समिति गठित करते हुए हर माह मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन सुनिश्चित किया जाता है. इस दौरान क्षेत्र के लोगों को मिलने वाले चिकित्सकीय सहायता की जानकारी देते हुए गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों की पहचान सुनिश्चित करते हुए उन्हें बेहतर चिकित्सकीय सहायता के लिए जिला अस्पताल भेजना सुनिश्चित किया जाता है.

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