प्रोफेसर कुमार जितेंद्र का निधन, शोक की लहर
पूर्णिया कॉलेज के हिन्दी विभाग के सेवानिवृत प्राध्यापक प्रो कुमार जितेन्द्र अब इस दुनिया में नहीं रहे.
पूर्णिया. पूर्णिया कॉलेज के हिन्दी विभाग के सेवानिवृत प्राध्यापक प्रो कुमार जितेन्द्र अब इस दुनिया में नहीं रहे. उनका निधन 83 वर्ष की उम्र में सिलिगुड़ी के एक निजी हॉस्पीटल में आज तड़के सुबह हो गया. जीवन के अंतिम समय में वे बुढ़ापे जन्य बीमारियों से जूझ रहे थे. जानकारी देते हुए पूर्व डीन प्रो गौरीकांत झा ने बताया कि प्रो कुमार जितेंद्र ने पूर्णिया कॉलेज की सेवा में 22 वर्ष की उम्र में 1964 में योगदान दिया था एवं 2002 तक सेवा में बने रहे. सेवा काल में एक कर्तव्यनिष्ठ एवं लोकप्रिय शिक्षक के रूप में इनकी ख्याति रही. महाविद्यालय के गैर-शैक्षणिक कार्यों में भी इनकी सफल भागीदारी हुआ करती थी. महाविद्यालय छात्र मनोविनोद कक्ष (कॉमन रूम) के ये लंबे समय तक प्रभारी रहे. इनके संरक्षण में महाविद्यालय में कई वर्ष तक लगातार विश्वविद्यालय स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन किया गया. प्रशासकीय दक्षता भी इनमें काफी अच्छी थी. पूर्णिया के आयुक्त मनोरंजन कुमार सिन्हा के भू ना मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के कुलपति के प्रभार में आने पर विश्वविद्यालय के कार्यकलाप में सहयोग के लिए इन्हें विशेष कार्य पदाधिकारी ओएसडी बनाया गया था. इन्होंने इस पद के दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से भी इनका जुड़ाव रहा था. जीवन के अंत समय तक इन्होंने हिन्दी के शैक्षणिक परामर्शदाता के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया. उनका निधन साहित्यिक जगत की भी अपूरणीय क्षति है.
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