पूर्णिया को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिलाने के लिए सांसद ने खट्टर से की बात

सब-स्टेशन एवं ट्रांसमिशन नेटवर्क के विस्तार का भी किया आग्रह

By ARUN KUMAR | December 26, 2025 5:55 PM

पूर्णिया में मेगा पावर ग्रिड, सब-स्टेशन एवं ट्रांसमिशन नेटवर्क के विस्तार का भी किया आग्रह पूर्णिया. सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर पूर्णिया को स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल करने एवं पूर्णिया में शहरी, ग्रामीण एवं औद्योगिक क्षेत्रों हेतु मेगा पावर ग्रिड, सब-स्टेशन एवं ट्रांसमिशन नेटवर्क के विस्तार द्वारा निर्बाध एवं पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित का आग्रह किया. सांसद ने अपने पत्र में लिखा कि पूर्णिया उत्तर भारत का एक उभरता हुआ वाणिज्यिक, शैक्षणिक और परिवहन केंद्र बन चुका है. यह जिला तीन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ा हुआ है, जिससे यहां से पूर्वोत्तर भारत के राज्यों, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश तक सीधा संपर्क स्थापित होता है. उन्होंने बताया कि पूर्णिया सीमांचल अंचल का आर्थिक द्वार है और जल्द शुरू होने वाला पटना–पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे इस क्षेत्र को राजधानी पटना और उत्तर-पूर्वी भारत से सीधे जोड़ देगा. इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और पर्यटन के नए अवसर खुलेंगे. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सतत शहरी अवसंरचना, डिजिटल सेवाएं और नागरिक-केंद्रित शासन को लागू कर पूर्णिया को आधुनिक शहरी मॉडल के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसी क्रम में उन्होंने मंत्रालय से टेक्नो-इकोनॉमिक फिजिबिलिटी स्टडी कराने का भी अनुरोध किया, ताकि पूर्णिया की संभावनाओं का विधिवत आकलन हो सके और लगभग 20 लाख शहरी-ग्रामीण आबादी को इसका लाभ मिल सके.अपने दूसरे पत्र में सांसद पप्पू यादव ने पूर्णिया जिले में बिजली व्यवस्था की बदहाल स्थिति की ओर ध्यान आकृष्ट किया. उन्होंने लिखा कि कृषि, व्यापार, शिक्षा और उभरते औद्योगिक केंद्र होने के बावजूद जिले में विद्युत आपूर्ति संतोषजनक नहीं है. बार-बार बिजली कटौती, लो वोल्टेज, अपर्याप्त सब-स्टेशन क्षमता और ट्रांसमिशन लाइनों की कमी से किसान, लघु एवं मध्यम उद्योग, कोल्ड स्टोरेज और फूड प्रोसेसिंग इकाइयां गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है.सांसद के अनुसार, फिलहाल पूर्णिया में 35 पावर सब-स्टेशन कार्यरत हैं, लेकिन बढ़ती मांग के अनुपात में यह संख्या अपर्याप्त है. कसबा और रुपौली-भवानीपुर के पास प्रस्तावित दो बड़े पावर ग्रिड और 10 नए सब-स्टेशन के निर्माण को जल्द पूरा करना अत्यंत आवश्यक है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है