वंदे भारत की घोषणा से पूर्णिया में रेल विकास की उम्मीदों को मिला संबल
पूर्णिया पर मेहरबान दिख रहा रेल मंत्रालय
पूर्णिया पर मेहरबान दिख रहा रेल मंत्रालय, कई योजनाओं पर होगा काम
बढ़ायी जाएंगी यात्रियों की सुविधाएं तो, ट्रेनों की संख्या में भी होगा इजाफा
कुछ दिन का है इंतजार फिर सहज हो जाएगा देश के हर कोने का रेल सफर
बहुत जल्द शुरू होगा आम्रपाली, इंटरसिटी और हमसफ़र ट्रेन का परिचालन
पूर्णिया. पटना के लिए वंदे भारत की घोषणा से पूर्णिया में रेल विकास की उम्मीदों को संबल मिला है. समझा जाता है कि आने वाले दिनों में रेल क्षेत्र में पूर्णिया को और भी बहुत कुछ मिलने वाला है. एक तरफ जहां लोग पूर्णिया की लंबित रेल योजनाओं के शुरू होने की उम्मीद जता रहे हैं वहीं लंबी दूरी के लिए ट्रेनों की संख्या में इजाफा की आस भी जगी हुई है. यह अलग बात है कि इसमें सबसे पहले पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पर ट्रेन वाशिंग पिट के शीघ्र निर्माण की संभावना बन रही है. यह माना जा रहा है कि जिस तरह इस स्टेशन से लंबी दूरी के लिए ट्रेनें खुलने लगी हैं, ट्रेन वाशिंग पिट कीअनिवार्यता बढ़ गई है. यह माना जा रहा है कि रेल विकास के जरिये पूर्णिया को नया लुक दिया जा सकता है.
गौरतलब है कि कटिहार-जोगबनी रेलखंड में चलने वाली ट्रेनों के लिए जोगबनी में वाशिंग पिट का निर्माण कार्य काफी तेजी पर है. रेलवे सूत्रों की मानें तो इसी महीने तक काम पूरा किया जाना था पर इसकी तिथि अब 31 दिसम्बर तक कर दी गई है. अभी हाल में ही कटिहार के डीआरएम ने वाशिंग पिट के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और आदेश निर्गत किए. रेल सूत्रों ने बताया कि वाशिंग पिट का निर्माण पूरा होते ही सबसे पहले लंबी दूरी की तीन प्रमुख ट्रेनों का परिचालन इस रेल खंड में शुरू हो जाएगा. सूत्रों के मुताबिक कटिहार से अमृतसर के लिए खुलने वाली आम्रपाली एक्सप्रेस, कटिहार से नई दिल्ली के लिए खुलने वाली हमसफर एक्सप्रेस और कटिहार से पटना के लिए खुलने वाली इंटरसिटी पूर्णिया जंक्शन से गुजरने लगेगी. उपलब्ध जानकारी के अनुसार पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पर भी ट्रेन वाशिंग पिट की पहल शुरू की गई है. जानकारों ने बताया कि स्थल के लिए सर्वे का काम हो रहा है.कटिहार-जोगबनी रेलखंड से जुड़े वंदे भारत
सहरसा-पूर्णिया रेलखंड को तो वंदे भारत मिल रहा है पर कटिहार-जोगबनी रेलखंड फिलहाल वंदे भारत की सेवा से वंचित है और यही वजह है कि इस रेलखंड को भी वंदे भारत से जोड़ने की मांग हो रही है. लोगों की यह मांग रही है कि पूर्णिया जंक्शन से वैष्णव देवी यात्रा के लिए जम्मू, दिल्ली, मुंबई,हावड़ा और कोलकाता समेत दक्षिण भारत के महानगरों के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन होना चाहिए क्योंकि इसकी कमी हमेशा खलती है. वैसे, जोगबनी-कोलकाता एक्सप्रेस को रोज़ाना करने और जोगबनी से पटना राज्यरानी व रात्रिकालीन ट्रेनों के परिचालन की मांग अधर में है. पूर्णिया से दालकोला के बीच रेल की पटरी बिछाने की मांग भी कतार में लगी है. गुवाहाटी जंक्शन से भाया कटिहार जंक्शन एवं भाया बरौनी जंक्शन चलने वाली दक्षिण भारत, पश्चिम भारत और देश के अन्य प्रमुख भागों की ओर चलने वाली ट्रेनों में से कुछ को भाया कटिहार जंक्शन, पूर्णिया जंक्शन, पूर्णिया कोर्ट स्टेशन एवं सहरसा जंक्शन डायवर्ट कर चलाने की मांग भी हो रही है.———————-
आकड़ों का आईना
04 करोड़ 73 लाख की लागत से बन रहा है वाशिंग पिट
715 मीटर है जोगबनी में बन रहे वाशिंग पिट की लंबाई1887 में खोला गया था पूर्णिया जंक्शन रेलवे स्टेशन
2008 में शुरू हुई थी पूर्णिया जंक्शन में बड़ी रेललाइन30 लाख यात्रियों का आवागमन पूर्णिया जंक्शन से एक साल में होता है
15 जोड़ी ट्रेनों का पूर्णिया जंक्शन से हो रहा परिचालन450 करोड़ की आय एक वित्तीय वर्ष में रेलवे को सिर्फ माल ढुलाई में हुई
11 करोड़ सालाना अकेले सीमांचल एक्सप्रेस ने पूर्णिया दे रहा रेलवे को1.44 लाख यात्री सिर्फ पूर्णिया जंक्शन से पकड़ते हैं ट्रेन
40 हजार से अधिक राजस्व पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से मिलता है15 हजार यात्री पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से करते हैं सफर
03 रैक प्वाइंट हैं रेलवे के पूर्णिया परिक्षेत्र मेंडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
