म्यूजिकल फाउंटेन से पैडल बोटिंग तक, काझा कोठी में मिलेगा टूरिज्म का नया अनुभव
Tourist Spot in Bihar: नए साल में पूर्णिया की ऐतिहासिक काझा कोठी पर्यटन का नया आइकॉन बनेगी. ब्रिटिश कालीन विरासत को संजोते हुए इसे मिथिला हाट की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. म्यूजिकल फाउंटेन, बोटिंग, डाइनिंग एरिया, एडवेंचर एक्टिविटी और स्थानीय कला-संस्कृति के संगम से काझा कोठी बनेगी पर्यटन का प्रमुख केंद्र.
खबर में पढ़ें:
सत्येंद्र कुमार सिन्हा/पूर्णिया/बिहार: नई उम्मीदों के साथ पूर्णिया नए साल में प्रवेश करेगा. प्रकृति की गोद में बसे अंग्रेजिया राज और जमींदारों के जमाने की काझा कोठी को नए साल में पूर्णिया के लोग नए स्वरुप में देखेंगे. पूर्णिया-धमदाहा स्टेट हाइवे पर जिला मुख्यालय से ठीक 12 किलोमीटर की दूरी पर ऐतिहासिक काझा कोठी तालाब परिसर को मिथिला हाट की तर्ज पर विकसित कियाअ जाएगा. इसे पर्यटन केंद्र बनाने की नींव रखी गई है. बिहार सरकार की खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री लेशी सिंह की पहल पर नए साल में बिहार की बड़ी प्रोजेक्ट को आकार देकर सपनों को साकार करने की विभागीय कवायद भी शुरू हो गई है.
कभी नील की खेती से जुड़े अधिकारी ठहरते थे यहां
पूर्णिया की काझा कोठी ब्रिटिश काल की एक ऐतिहासिक इमारत है. यह कभी अंग्रेजों का डाक बंगला और सर्किट हाउस थी. यहां नील की खेती से जुड़े अधिकारी ठहरते थे. यहां लॉर्ड माउंटबेटन और इंदिरा गांधी जैसी हस्तियां भी रुकी थीं. जानकारों की मानें तो काझा कोठी की इमारत भारतीय और यूरोपीय स्थापत्य शैलियों का अद्भुत मिश्रण है, जो औपनिवेशिक विरासत को दर्शाती है.
समय के साथ पिकनिक स्पॉट के रूप में आया कोठी
कालांतर में यह पिकनिक स्पॉट के रुप में चर्चित हुआ और अब इस जगह को मिथिला हाट की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. इसमें स्थानीय कला-संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए फूड और क्राफ्ट स्टॉल बनाए जा रहे हैं. काझा कोठी परिसर लगभग 32 एकड़ में फैला है. इसमें एक बड़ा तालाब और हरियाली है, जो इसे पिकनिक के लिए एक लोकप्रिय जगह बनाता है.
पर्यटन मानचित्र पर होगा काझा का अहम स्थान
बिहार के पर्यटन मानचित्र पर नये साल में पूर्णिया का काझा कोठी का अहम स्थान होगा. यहां न केवल पूर्णिया की परम्परा बल्कि कोसी-पूर्णिया की कला- संस्कृति की झलक भी मिलेगी. इस हाट में कोसी-पूर्णिया की संस्कृति से जुड़ी सभी चीजें उपलब्ध होंगी. काझा कोठी का विकास कार्य एक आइकॉनिक प्रोजेक्ट होगा.
Bihar: टुरिस्ट प्लेस के रूप में होगा विकास
काझा कोठी के विरासत को संरक्षित कर इस जगह को पर्यटन के रूप में भी विकसित करने की योजना है. इसके तैयार हो जाने से पूर्णिया और आसपास के लोगों को मनोरंजन और एडवेंचर के लिए एक बेहतरीन स्थान उपलब्ध होगा जहां मनोरंजन के साथ विरासत का अनूठा गठजोड़ रहेगा. नये साल में इस ऐतिहासिक स्थल के निर्माण का कार्य पूरा हो जाने की उम्मीद है. जिला प्रशासन इसके कायाकल्प के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
1807 वर्गफुट का होगा आधुनिक डाइनिंग एरिया
पर्यटन विभाग ने 14 करोड़ 94 लाख 41 हजार रुपये की लागत से काझा कोठी पार्क का विकास मिथिला हाट की तर्ज पर होगा. इससे काझा कोठी काझा कोठी अब बहुत जल्द एक नए और भव्य रूप में नजर आएगा. यह परिसर पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र होगा. यहां 1807 वर्गफुट का आधुनिक डाइनिंग एरिया के साथ काझा कोठी के ऐतिहासिक तालाब में पैडल बोटिंग की सुविधा भी होगी. इससे लोग नौका विहार का आनंद ले सकेंगे.
म्यूजिकल फाउंटेन और लाइट एंड साउंड शो
काझा कोठी तालाब को और मनमोहक बनाने के लिए एरेटेड फाउंटेन, म्युजिकल फाउंटेन और लाइट एंड साउंड शो की भी व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा, एग्जिबिशन गैलरी, हैंगिंग जंगल ब्रिज, सेल्फी प्वाइंट्स, कैनोपी वाक और कई अन्य मनोरंजन गतिविधियों की सुविधाएं यहां पर्यटकों को मिलेगी. यह पहल न केवल काझा की ऐतिहासिक धरोहर को नई पहचान देगा, बल्कि पर्यटन, रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई गति प्रदान करेगी.
Also read: नए साल पर सुकून की तलाश? बिहार का VTR परफेक्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन
Bihar Tourism: बनेगा सेल्फी प्वाइंट
काझा में तालाब के कोनो पर बड़े और पुराने पेड़ों को अच्छे से सजा कर सेल्फी प्वाइंट बनाया जायेगा. काझा में आने वाले पर्यटकों के लिए कैनोपी वॉक की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी.एडवेंचर्स स्पोर्ट के रूप में वर्मा ब्रिज और बच्चों के लिए एमटीवी की व्यवस्था की जायेगी. यहां पर हैंगिंग जंगल ब्रिज का भी प्रावधान किया जा रहा है. काझा कोठी आने वाले पर्यटकों के सुविधा हेतु 2-3 कॉटेज का निर्माण कोठी के नजदीक कराया जाएगा.काझा के तालाब की साफ सफाई की पूरी व्यवस्था की जायेगी. काझा के ऐतिहासिक महत्व को एग्जिबिशन गैलरी के रूप में भी विकसित किया जाएगा.
