सेंट्रल जेल में अहले सुबह छापेमारी से मचा हड़कंप, कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं
कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं
एडम लॉ एंड ऑर्डर राजकुमार गुप्ता के नेतृत्व में हुई छापेमारी
पूर्णिया. सेंट्रल जेल में शनिवार की अहले सुबह एडीएम लॉ एंड ऑर्डर राजकुमार गुप्ता के नेतृत्व में बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष पुलिस बलों द्वारा छापेमारी की गई. छापेमारी शुरू होते ही जेल प्रशासन और बंदियों में हड़कंप मच गया. करीब दो घंटे तक चली छापेमारी में जेल के एक-एक बैरक की तलाशी ली गई. छापेमारी के दौरान सदर एसडीएम पार्थ गुप्ता और एसडीपीओ ज्योति शंकर भी मौजूद थे. हालांकि इस दौरान कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिला है. छापेमारी समाप्त होने के बाद एसडीओ पार्थ गुप्ता ने बताया कि सभी वार्डों का मुआयना किया गया, जांच में कोई भी संदिग्ध सामान नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि महिला और पुरुष कैदियों से भी बातचीत की गई. किसी तरह की कोई शिकायत सामने नहीं आई है. सभी बंदी जेल प्रशासन की व्यवस्था से संतुष्ट नजर आये. साफ सफाई के संदर्भ में सुधार की गुंजाइश है. साथ ही नई बिल्डिंग को भी जल्द ही शुरू किया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि सेंट्रल जेल में 300 बंदियों की क्षमता का नया वार्ड बनकर तैयार है. फिलहाल जांच में सारी चीज सामान्य पाई गई है.बंदियों को मिलने वाली सहूलियत के हिसाब से व्यवस्था काफी अच्छी है. कैदियों के लिए अलग-अलग तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. मशरूम उत्पादन बकरी और मत्स्य पालन जैसी विद्याओं से कैदियों को जोड़ा जा रहा है. एसडीपीओ ज्योति शंकर ने बताया कि बंदियों पर नजर बनाये रखने के लिए रूटीन छापेमारी की गई है. जांच में कोई भी प्रतिबंधित सामग्री बरामद नहीं हुई है. इस समय जेल में करीब 1900 कैदी है. जेल अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि सुबह 5.10 बजे जेल में छापेमारी शुरू हुई,लेकिन किसी प्रकार का आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
