बिहार में चोरी हो गयी 200 करोड़ की संपत्ति, जानें दरभंगा राज के बैंक लॉकर से निकाल कर किसने बेचे भगवान के गहने

दरभंगा राज के कामेश्वर रिलीजियस ट्रस्ट (केआरटी) के बैंक लॉकर में रखे विभिन्न देवी-देवताओं के करीब 200 करोड़ के जेवरात को निकालकर बेचने का मामला सामने आया है. इसे लेकर दरभंगा राज परिवार के कुमार कपिलेश्वर सिंह की ओर से विश्वविद्यालय थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 31, 2024 4:17 PM

कामेश्वर सिंह धार्मिक न्यास के मैनेजर ने बेचे करोड़ों के जेवरात, राज परिवार ने किया FIR, 3 गिरफ्तार

दरभंगा. दरभंगा राज के कामेश्वर रिलीजियस ट्रस्ट (केआरटी) के बैंक लॉकर में रखे विभिन्न देवी-देवताओं के करीब 200 करोड़ के जेवरात को निकालकर बेचने का मामला सामने आया है. इसे लेकर दरभंगा राज परिवार के कुमार कपिलेश्वर सिंह की ओर से विश्वविद्यालय थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

दो लोगों ने मिलकर रची पूरी साजिश

जानकारी के अनुसार ज्वेलर्स के पास से 1.600 किलो सोना तथा 33 किलो चांदी बरामद की गयी है. कुमार कपिलेश्वर सिंह का कहना है कि वे राजपरिवार के मुख्य सदस्य हैं. केआरटी के अधीन संचालित राज परिवार दरभंगा के 108 मंदिरों के देवी-देवताओं के बहुमूल्य जेवर-जेवरात महाराजा कामेश्वर सिंह की ओर से एक वोल्ट में रखकर एसबीआइ की मुख्य शाखा को सुरक्षित रखने के लिए दिया गया था. उस वोल्ट को वर्षों से राज परिवार के किसी सदस्य द्वारा नहीं खोला गया. 30 जनवरी को केआरटी के कुछ कर्मियों से उन्हें जानकारी मिली कि महारानी कामसुन्दरी देवी के अटॉर्नी उदयनाथ झा व केआरटी के प्रबंधक केदारनाथ मिश्र एवं अन्य द्वारा साजिश के तहत वोल्ट में रखे जेवरात को निकालकर बेच दिया गया है. लगभग 13 दिन पूर्व 17 जनवरी को घटना को अंजाम दिया गया है.

महारानी की उम्र का फायदा उठा कर की गयी चोरी

कुमार कपिलेश्वर सिंह का कहना है कि महारानी अब काफी वृद्ध हो चुकी हैं. इस वजह से वह होशो-हवास में नहीं रहती हैं. इसका नाजायज फायदा उठाकर उदयनाथ झा ने केआरटी के देवी-देवताओं के मंदिर के करोड़ों के बेशकीमती जेवरात को बेच दिया है. कहा कि केआरटी के बायोलॉज के अनुसार वर्तमान ट्रस्टी महारानी हैं. उनके द्वारा सही ढंग से कार्य नहीं किया जाता है, तो राज परिवार के किसी पुरुष सदस्य द्वारा इस मामले को उठाया जा सकता है. इसी नियम के तहत उनकी ओर से पुलिस को सूचना दी गयी है, जिससे देवी-देवताओं के बेशकीमती जेवरातों की बरामदगी की जा सके.

ज्वेलर्स को बुलाकर दिया गया था सोना

सूत्रों के अनुसार बैंक के लॉकर से जेवरात निकाल कर कल्याणी निवास ले जाया गया था. रात गहराने पर वहां ज्वेलर्स को बुलाया गया तथा वजन कर जेवरात उसे दे दिया गया. इधर, मिली जानकारी के अनुसार ज्वेलर्स अधिकांश गहने को गला चुका है. पुलिस ने ज्वेलर्स के पास से कुछ जेवरात बरामद किये हैं. ज्वेलर्स के मालिक सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिये गये लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है.

सीबीआइ और ईडी से हो जांच

कुमार कपिलेश्वर सिंह ने कहा है कि 200 करोड़ से अधिक के जेवरात की चोरी की गयी है. पूरे मामले की जांच सीबीआइ से करायी जाये. कहा कि 1978 ई. में ही उनके पिता कुमार शुभेश्वर सिंह ने करोड़ों रुपये के जेवरात के लिस्ट के साथ न्यायालय में मुकदमा किया था. उन जेवरातों का भी अता-पता नहीं चल रहा है.

काफी मात्रा में बेचा गया माल बरामद

सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने कहा कि दरभंगा राज परिवार के कपिलेश्वर सिंह की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. मामला दर्ज होने के एक घंटा के अंदर रेड किया गया. एक स्थानीय स्वर्णकार को हिरासत में लिया गया है. काफी मात्रा में जेवरात बरामद की गयी है. कई पहलुओं पर जांच की जा रही है. जल्द ही पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया जायेगा.

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