पटना को जलजमाव से बचाने के लिए प्राइवेट एजेंसियों की ली गई मदद, जानें मानसून 2020 कार्ययोजना के तहत क्या तैयारी कर रही बिहार सरकार…

पटना : शहर को जलजमाव से बचाने को मॉनसून 2020 के तहत बनायी गयी कार्ययोजना को एक्टिव कर दिया गया है. फिलहाल जलनिकासी के लिए संप हाउसों का संचालन बुडको की ओर से किया जा रहा है. अब शहर के लगभग 44 बड़े ड्रेनेप पंपिंग स्टेशनों को सात भागों में बांट निजी एजेंसियों के हाथों में संचालन दिया गया है.

By Prabhat Khabar | June 17, 2020 8:22 AM

पटना : शहर को जलजमाव से बचाने को मॉनसून 2020 के तहत बनायी गयी कार्ययोजना को एक्टिव कर दिया गया है. फिलहाल जलनिकासी के लिए संप हाउसों का संचालन बुडको की ओर से किया जा रहा है. अब शहर के लगभग 44 बड़े ड्रेनेप पंपिंग स्टेशनों को सात भागों में बांट निजी एजेंसियों के हाथों में संचालन दिया गया है. एजेंसी के कर्मियों के साथ बुडको के कर्मियों व अभियंताओं की भी ड्यूटी लगायी गयी है. एक ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन पर बुडको व प्राइवेट एजेंसी को मिला कर लगभग छह से आठ लोगों की तैनाती की गयी है. कुल मिला कर 250 से अधिक अभियंता व कर्मचारियों को केवल संप हाउस के संचालन पर लगाया गया है.

कंट्रोल रूम में दो टॉल फ्री नंबर

बुडको के कंट्रोल रूम में दो टॉल फ्री नंबर 18003456130 व 0612-2558326 भी जारी किया गया है. संप खराब होने व जलजमाव की स्थिति में आम लोग इस पर शिकायत कर सकते हैं.अब 24 घंटे संप हाउस पर ड्यूटी : पिछले बारिश के सीख लेते हुए इस बार सभी संप हाउसों पर अभियंताओं व कर्मचारियों की ड्यूटी 24 घंटे लगा दी गयी है. एक संप हाउस पर बुडको की ओर से एक सहायक अभियंता, एक पंप ऑपरेटर व एक सफाई कर्मचारी को लगाया गया है. आठ घंटे का एक शिफ्ट लगाया गया है. कुल तीन शिफ्टों में सभी संप हाउसों का संचालन किया जायेगा. इस बार खास बात है कि कर्मचारियों के रात्रि विश्राम व प्रसाधन की सुविधा के लिए एक विश्राम गृह का भी निर्माण किया गया है.

कैमरे से चेक होगा पानी का लेवल

तेज बारिश के समय विभिन्न नालों से संप तक आने वाले पानी के स्तर की मॉनीटरिंग की जायेगी. वहीं, संप का संचालन कितनी देर हुआ. इसकी भी मॉनीटरिंग मुख्यालय स्तर पर होगी. इसके लिए सभी संप हाउसों पर तीन से चार कैमरे लगाये गये हैं. एक कैमरे से संप हाउस के भवन, एक कैमरे से मोटर के बाहरी आवरण व एक कैमरे से नालों से आने वाले पानी के के स्तर को देखा जायेगा. जहां बारिश के पानी का लेवल लगातार चेक होगा. वहीं कैमरों से मॉनीटरिंग के लिए राजापुर पुल स्थित बुडको के मुख्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है. लगभग 150 से अधिक कैमरों से संप हाउसाों में आने वाले पानी व मोटर ऑपरेटर की जांच होगी.

Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya

Next Article

Exit mobile version