कांग्रेस क्यों नहीं करा पायी जातीय गणना : सम्राट चौधरी
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने देश में जातीय जनगणना कराने के केंद्र सरकार के फैसले को ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए कहा कि इससे हर जाति के बीच आपसी सद्भाव बनाये रखते हुए सभी का आर्थिक- सामाजिक विकास तेज होगा.
संवाददाता, पटना उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने देश में जातीय जनगणना कराने के केंद्र सरकार के फैसले को ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए कहा कि इससे हर जाति के बीच आपसी सद्भाव बनाये रखते हुए सभी का आर्थिक- सामाजिक विकास तेज होगा. कहा कि यह एक सकारात्मक कदम है, जबकि कांग्रेस, राजद और इंडी गठबंधन के दलों ने जाति जनगणना पर केवल राजनीति की है. सम्राट चौधरी ने कहा कि कांग्रेस तो आजादी के बाद नेहरू काल से मनमोहन सरकार तक जातीय जनगणना देश में जातीय गणना नहीं करा पायी. श्री चौधरी ने कहा कि कांग्रेस को 2014 में सत्ता से बाहर होने के बाद ही जातीय जनगणना की याद आयी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी जातियों के विकास के लिए यह निर्णय किया. बिहार में नीतीश कुमार ने भी जातीय सर्वेक्षण कराया. एनडीए ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया, राजनीति नहीं की.श्री चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और गृहमंत्री अमित शाह ने सितंबर 2024 में कई बार स्पष्ट किया था कि संगठन और सरकार जातीय जनगणना के पक्ष में है. भाजपा ने कभी जातीय जनगणना का विरोध नहीं किया. उन्होंने कहा कि किसी जाति या समुदाय की भलाई के लिए सरकार को आंकड़ों की जरूरत होती है. ऐसा पहले भी हो चुका है, लेकिन इसे सिर्फ समाज की भलाई के लिए किया जाना चाहिए, समाज में कटुता फैलाने के लिए नहीं.
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