Bihar: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अधिकारियों को दी चेतावनी, जो विभाग को कलंकित करेंगे, होगी कार्रवाई

Bihar News: बिहार के उप मुख्यमंत्री सह राजस्व और भूमि सुधार मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को राजस्व और भूमि सुधार विभाग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो अच्छा काम करेंगे, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा, लेकिन जो विभाग को कलंकित करने का काम करेंगे, उन पर कार्रवाई भी की जाएगी.

By Nishant Kumar | December 18, 2025 7:57 PM

Bihar News: पटना के ज्ञान भवन में बिहार के सभी अपर समाहर्ता (राजस्व), उप समाहर्ता एवं अंचलाधिकारी के साथ एक दिवसीय भूमि सुधार जनकल्याण वर्कशॉप में शामिल होकर उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने विभाग के सभी अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए.

विजय कुमार सिन्हा ने क्या कहा ?

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विभाग के कार्यों में जहां भी कमी है, वहां तत्काल सुधार किया जाए. भूमि से जुड़ी सेवाओं को ऑनलाइन, सरल और जनसुलभ बनाया जाए, ताकि आम लोगों को सहूलियत मिले. अंचल कार्यालयों को भू-माफिया और दलालों से पूरी तरह मुक्त कर विभाग को स्वच्छ, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाना हमारा लक्ष्य है. जनता के बीच सरकार के प्रति सकारात्मक संदेश पहुंचना चाहिए.

आम नागरिकों से लिया जाएगा फीडबैक

उन्होंने साफ किया कि अब फीडबैक केवल वरीय अधिकारियों से नहीं, बल्कि सीधे आम नागरिकों से लिया जाएगा, इसलिए सभी कर्मचारी पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी से काम करें. फर्जी दस्तावेजों को चिह्नित कर तत्काल संबंधित समाहर्ता और विभाग को सूचित करने के निर्देश दिए गए. जिलावार यात्राओं के दौरान आयुक्त और समाहर्ताओं के साथ बैठक कर कार्यों की समीक्षा की जाएगी.

ब्लॉक में रखे जाएंगे कंप्लेन बॉक्स

उन्होंने यह भी कहा कि जन-शिकायतों को गंभीरता से लेने के लिए प्रत्येक अंचल कार्यालय में शिकायत पेटी रखने का निर्देश दिया गया है, जिसे केवल अंचलाधिकारी ही खोलेंगे. सभी अंचलों को 31 दिसंबर तक कार्यों से संबंधित सारे विवरण उपलब्ध कराने के लिए 15 दिनों की समय-सीमा तय की गई है.

Also read: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का हुआ प्रमोशन, नितिन नवीन के विभाग की संभाली जिम्मेदारी 

अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को सम्मान

विजय सिन्हा ने कहा, “अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा और उनके ट्रांसफर-पोस्टिंग में प्राथमिकता दी जाएगी. वहीं, कार्यों को जानबूझकर लंबित रखने और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.”