पीयू की वेबसाइट पर परीक्षा फॉर्म भरने का डायरेक्ट लिंक ही नहीं, छात्र परेशान

पटना यूनिवर्सिटी इन दिनों छात्रों के गुस्से और परेशानियों के केंद्र में है.

By ANURAG PRADHAN | December 25, 2025 9:49 PM

-हर दिन यूनिवर्सिटी में हो रहा था आइटी डिपार्टमेंट में हंगामा

-एजेंसी पर उठे सवाल, छह बार शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं

अनुराग प्रधान, पटना

पटना यूनिवर्सिटी इन दिनों छात्रों के गुस्से और परेशानियों के केंद्र में है. ग्रेजुएशन से लेकर पीजी तक के छात्र परीक्षा फॉर्म भरने में जबरदस्त दिक्कतों का सामना कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी की मुख्य वेबसाइट पर डायरेक्ट लिंक उपलब्ध नहीं है, जिससे छात्रों को घंटों इंटरनेट खंगालने के बाद भी लिंक नहीं मिल पा रहा. जिन छात्रों को जानकारी है, वे किसी ‘रिफरेंस’ के जरिये लिंक प्राप्त कर रहे हैं, जबकि बाकी छात्र मजबूरी में यूनिवर्सिटी के आइटी डिपार्टमेंट जाकर लिंक ले रहे हैं.

वेबसाइट पर नहीं मिल रहा फर्स्ट सेमेस्टर का लिंक, रजिस्ट्रेशन में भी गड़बड़ी

यूजी फर्स्ट सेमेस्टर के आवेदन लिंक वेबसाइट पर मौजूद नहीं है. कई छात्रों का रजिस्ट्रेशन भी अपूर्ण है. कई का नाम ही पोर्टल पर शो नहीं कर रहा, जिससे मजबूर छात्र कॉलेज, पीजी डिपार्टमेंट और यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं. कुमारी सुरभि समेत कई छात्रों की समस्या अब तक सुलझ नहीं पायी है. कॉलेज उन्हें यूनिवर्सिटी भेज रहा है, यूनिवर्सिटी उन्हें एजेंसी के पास और एजेंसी फिर कॉलेज. इस सिस्टम में छात्र सबसे ज्यादा परेशान हैं.

तारीख बढ़ाने से नहीं सुलझी समस्या

यूजी प्रथम सेमेस्टर परीक्षा फॉर्म 11 से 18 दिसंबर तक भरे जाने थे. छात्रों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय तारीख बढ़ा दी गयी. जारी नोटिस में कहा गया कि रजिस्ट्रेशन व परीक्षा फॉर्म भरने संबंधित समस्या के कारण यूजी, पीजी, वोकेशनल कोर्स, सेल्फाइनांस, पीडी डिप्लोमा व बीएफए सेमेस्टर वन परीक्षा फॉर्म चार जनवरी तक बिना फाइन भरा जायेगा, लेकिन छात्रों का दर्द जस का तस है.

एजेंसी पर ‘खेल’ का आरोप, छह बार शिकायत, कार्रवाई शून्य

यूनिवर्सिटी के कई अधिकारियों ने साफ कहा कि पूरी गड़बड़ी एजेंसी के कारण है. एजेंसी की लापरवाही की वजह से छात्रों को परेशान होना पड़ रहा है और अधिकारियों को उल्टा जवाब देना पड़ रहा है. एजेंसी के खिलाफ छह बार शिकायत दर्ज हो चुकी है, लेकिन अब तक किसी स्तर पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई. परीक्षा नियंत्रक प्रो बीके लाल ने माना कि परेशानी गंभीर है. कहा कि बार-बार समय दिया गया, लेकिन सुधार नहीं हुआ. एजेंसी सही से काम नहीं कर रही है.

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