महिला कर्मी को पहुंचाना था हनुमान नगर, ऑटो गैंग ने दीदारगंज ले जाकर की लूटपाट
ऑटो गैंग ने हरियाणा में एक निजी कंपनी में काम करने वाली महिला कर्मी ज्योति सिन्हा को हनुमान नगर पहुंचाने के बजाय दीदारगंज टॉल प्लाजा के करीब सुनसान जगह ले गये और लूटपाट की
संवाददाता, पटना ऑटो गैंग ने हरियाणा में एक निजी कंपनी में काम करने वाली महिला कर्मी ज्योति सिन्हा को हनुमान नगर पहुंचाने के बजाय दीदारगंज टॉल प्लाजा के करीब सुनसान जगह ले गये और लूटपाट की. बदमाशों ने उससे सोने की चेन छीन ली. उन लोगों से बचने के लिए महिला कर्मी ने ऑटो से छलांग लगा दी और अंधेरे में ही खेतों में भागी और एक कंटीली झाड़ी में छिप गयी. उसकी बहन ने मोबाइल फोन के लोकेशन को निकाला और वहां पहुंची. इसके बाद वे लोग अपने घर हनुमान नगर पहुंचे. इसके बाद कोतवाली थाने में ऑटो गैंग के खिलाफ में केस दर्ज करा दिया है. ट्रेन से 11 बजे रात में उतरने के बाद घर जाने के लिए ऑटो लिया था ज्योति सिन्हा हनुमान नगर के विजय नगर में रहती हैं और वह हरियाणा में प्लानेट स्पार्क नाम की कंपनी में बिजनेस डेवलपमेंट एसोसिएट के पद पर काम करती हैं. 16 दिसंबर की रात ट्रेन लेट होने के कारण करीब 11 बजे मगध एक्सप्रेस से पटना जंक्शन पहुंचीं. इसके बाद पटना जंक्शन गोलंबर पर हनुमान नगर जाने के लिए एक ऑटो पकड़ा. उसमें पहले से एक सवारी बैठा हुआ था. ऑटो लेकर चालक राजेंद्र नगर स्टेशन के करीब पहुंचा तो उसमें बैठा एक सवारी उतर गया. उसने भी वहां उतरने का प्रयास किया तो चालक ने उसे बताया कि आपको हनुमान नगर जाना है, ट्रैफिक इश्यू होने के कारण दूसरे रास्ते से वहां जायेंगे. ज्योति सिन्हा नहीं समझी क्योंकि उसे पटना के रास्तों की विशेष जानकारी नहीं थी. वह ऑटो में ही बैठी रही. इसी दौरान एक और सवारी उसमें आकर बैठ गया और एक पहले से बैठा था. इसके बाद ऑटो चालक ज्योति को दीदारगंज टॉल प्लाजा से होते हुए एक सुनसान रास्ते में ले गया. इसी दौरान ज्योति सिन्हा को उसकी बहन का फोन आ गया, जो उसने रिसीव कर लिया. इसके बाद सवारी के रूप में रहे बदमाशों ने उससे लूटपाट शुरू कर दी और सोने की चेन छीन ली. छीना-झपटी की आवाज उसकी बहन भी फोन पर सुन रही थी. इसी दौरान ज्योति सिन्हा ने ऑटो धीमी होने पर उससे कूद कर अपनी जान बचायी और खेत में भागने लगी. अंधेरा होने के कारण वह एक कांटेदार झाड़ियों में छिप गयी, जिसके कारण बदमाश उसे खोज नहीं पाये और चले गये. वह दो घंटे तक ही वहां खेत में झाड़ियों में छिपी रही. इसी बीच उनकी बहन उसका लोकेशन लेते हुए वहां तक पहुंच गयी और फिर दोनों अपने हनुमान नगर स्थित घर पर पहुंचे. इसके बाद कोतवाली थाने में जाकर मामले की जानकारी दी और 17 दिसंबर को प्राथमिकी दर्ज करा दी. हालांकि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
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