तेज प्रताप यादव ने पीएम मोदी से जंग में जाने की मांगी इजाजत, IND-PAK तनाव के बीच बॉर्डर पर लड़ने की जताई इच्छा
India Pakistan War: राजद नेता और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर अपने सोशल मीडिया पोस्ट से सुर्खियां बटोरी हैं. इस बार उन्होंने प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए देश की सेवा में सीमापर जाने की इच्छा जताई है, साथ ही खुद को प्रशिक्षित वायुयान चालक बताते हुए देश के लिए जान देने की बात कही है.
India Pakistan War: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार सरकार में पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर अपने सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए लिखा है कि वह देश की सेवा के लिए हर समय तैयार हैं, और आवश्यकता पड़ने पर सीमा पर दुश्मनों के खिलाफ सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने को भी तत्पर हैं.
तेज प्रताप यादव ने ट्वीट करते हुए कहा,
माननीय प्रधानमंत्री जी, वंदे मातरम
विपदा की इस परिस्थिति में हम समस्त देशवासी एक साथ हैं.
“मैं तेज प्रताप यादव, पिता : श्री लालू प्रसाद यादव, निवासी : पटना, राज्य : बिहार, बतौर वायुयान चालाक भी अपने दायित्वों का निर्वाह करने में सक्षम हूँ… सीमा पर सुरक्षा प्रहरियों के साथ कंधे-से कंधा मिलाकर शत्रुओं के नापाक इरादों को नेस्तनाबूत करने की प्रबल इच्छा रखता हूँ. आप से अनुरोध है कि हम नागरिकों को भी भारत माता की सेवा करने का अवसर दिया जाए. देश व देश के नागरिकों की रक्षा में यदि मेरे प्राण भी निकल जाए तो मैं स्वयं को सौभाग्यशाली समझूँगा.
तेजप्रताप के समर्थक कर रहे सराहना
उनका यह भावुक अपील उस समय आया है जब भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों पर सर्जिकल एयर स्ट्राइक की है. ऐसे माहौल में तेज प्रताप का यह राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत पोस्ट उनके समर्थकों के बीच सराहना का विषय बन गया है.
पायलट होने के के दावे पर उठे सवाल
हालांकि, इस बयान के साथ एक नया विवाद भी खड़ा हो गया है. तेज प्रताप के इस दावे कि वे “वायुयान चालक” यानी पायलट हैं, पर सवाल खड़े हो गए हैं. सूत्रों के अनुसार, उनके पास “फ्लाइट रेडियो टेलीफोन ऑपरेटर लाइसेंस (FRTOL-R)” है, जो विमान में रेडियो संचार की अनुमति देता है, लेकिन इसे पायलट का वैध लाइसेंस नहीं माना जाता.
सोशल मीडिया पर उनकी इस पोस्ट को लेकर लोगों की राय बंटी हुई है. कई यूज़र्स ने उनके देशभक्ति के जज्बे की तारीफ की, वहीं कुछ ने तकनीकी योग्यता और प्रशिक्षण को लेकर कटाक्ष भी किए.
तेजप्रताप का पोस्ट बना चर्चा का विषय
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप के इस तरह के पोस्ट उन्हें जनता से भावनात्मक रूप से जोड़ने में मदद करते हैं, लेकिन गंभीर दावे करने से पहले तथ्यात्मक स्पष्टता जरूरी होती है. वरना यह उनकी छवि को नुकसान भी पहुंचा सकता है. फिलहाल, तेज प्रताप का यह पोस्ट चर्चा में बना हुआ है और देखना होगा कि वह अपने “पायलट” वाले दावे पर आगे क्या सफाई देते हैं.
